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मासिक कार्तिगाई पर्व कब है

Masik Karthigai 2025: इस दिन मनाया जाएगा मासिक कार्तिगाई पर्व, जानें किस भगवान को समर्पित है यह त्योहार



मासिक कार्तिगाई हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर महीने आने वाला एक पवित्र दिन है। यह चंद्र मास के कार्तिगाई नक्षत्र के दौरान मनाया जाता है। साल 2025 में फरवरी माह में भी मासिक कार्तिगाई का त्योहार मनाया जाएगा। यह त्योहार कृतिका नक्षत्र के प्रबल होने पर मनाया जाता है। इस दिन ज्योतिष अनुसार कुछ उपाय करने की सलाह दी जाती है। तो आइए, इस आर्टिकल में इस त्योहार की तिथि, विशेष उपाय और कार्तिगाई त्योहार किस भगवान को समर्पित है इस बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं। 

किसे समर्पित होती है मासिक कार्तिगाई? 


साल 2025 में फरवरी माह में 06 तारीख को मासिक कार्तिगाई पर्व मनाया जाएगा। इस दिन को विशेष रूप से भगवान शिव  की पूजा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। शिव जी के साथ इस दिन कार्तिकेय जी को भी पूजा जाता है। इस दिन घरों और आस-पास दीपक जलाए जाते हैं। इस दिन भगवान कार्तिकेय की कृपा पाने के लिए श्री सुब्रह्मण्य कवच स्तोत्र का पाठ किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। यह त्योहार दक्षिण भारत में काफ़ी धूमधाम से मनाया जाता है। वहां,  भगवान मुरुगन को लोग पूजते हैं। 

ऐसे करें भगवान शिव और मुरुगन की पूजा


भगवान शिव और भगवान मुरुगन की तस्वीर या मूर्ति को उत्तर-पूर्व दिशा में रखें और उनकी पूजा करें। ॐ नमः शिवाय और ॐ मुरुगाय नमः  मंत्र का जाप करें। साथ ही इस दिन पूरे घर में धूप और कपूर जलाएं। धार्मिक मत है कि यह नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और शांति लाता है। साथ ही लोबान और चंदन की सुगंध घर की ऊर्जा को संतुलित करती है।

मासिक कार्तिगाई पर वास्तु अनुसार 


  • उपाय दीप जलाएं:- घर के मुख्य द्वार, पूजा स्थान और तुलसी के पास घी या तेल का दीपक जलाएं। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि लाने में सहायक होता है।
  • सफाई और शुद्धिकरण:- इस दिन घर की सफाई करें और पूजा स्थान को विशेष रूप से स्वच्छ रखें। गंगाजल या पवित्र जल का छिड़काव पूरे घर में करें।
  • दक्षिण-पूर्व दिशा को सक्रिय करें:- दक्षिण-पूर्व दिशा यानी अग्नि कोण में दीप जलाना वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है। यह दिशा धन और समृद्धि को सक्रिय करती है।
  • तुलसी और अन्य पौधों की करें पूजा:- घर के उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण में स्थित तुलसी या अन्य पवित्र पौधों की पूजा करें। पौधों में जल अर्पित करें और उन्हें दीप दिखाएं।
  • दीवारों पर करें सजावट:- घर की दीवारों पर शिव और मुरुगन से संबंधित चित्र या शुभ चिह्न लगाएं। ये घर की ऊर्जा को सकारात्मक बनाए रखते हैं।
  • धन स्थान को सुसज्जित करें:- घर के उत्तर दिशा (कुबेर कोण) को स्वच्छ और सुसज्जित रखें। इस दिन कुबेर यंत्र या श्री यंत्र की पूजा करना लाभकारी होता है।
  • नकारात्मक वस्त्र और वस्तुएं हटाएं:- फटे या पुराने कपड़े और घर में टूटे हुए सामानों को इस दिन हटा देना शुभ माना जाता है। यह वास्तु दोषों को कम करता है।

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