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उत्पन्ना एकादशी पर तुलसी मंजरी का उपाय

उत्पन्ना एकादशी पर इन उपायों को करेंगे तो कभी नहीं होगी पैसों की कमी, करें तुलसी की मंजरी का उपयोग


इस वर्ष में मंगलवार, 26 नवंबर को उत्पन्ना एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। यह पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां एकादशी की पूजा की जाती है, जो सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करने वाले हैं। उत्पन्ना एकादशी के दिन एकादशी का व्रत रखा जाता है, जो आत्मा की शुद्धि और पापों के नाश के लिए विशेष माना जाता है। 


मान्यताओं के अनुसार एकादशी के दिन व्रत रख लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी की मंजरी से जुड़े कुछ विशेष उपाय करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आइए जानते हैं कि उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी से जुड़े कौन से उपाय करने से आपको लाभ हो सकता है।


उत्पन्ना एकादशी पूजा का शुभ मुहूर्त 


  1. ब्रह्म मुहूर्त-  सुबह 5 बजकर 5 मिनट से लगभग 6 बजे तक 
  2. अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 46 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक 


उत्पन्ना एकादशी पर करें तुलसी मंजरी से जुड़े ये उपाय


उत्पन्ना एकादशी एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन विशेष उपाय करने से आर्थिक तंगी से निजात पाने में मदद मिलती है। 


  1. भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा: उत्पन्ना एकादशी के दिन स्नान-ध्यान के बाद विधिपूर्वक भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें। इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और आर्थिक तंगी से निजात पाने में मदद मिलती है।
  2. तुलसी की मंजरी से अभिषेक: पूजा के समय गाय के कच्चे दूध में तुलसी की मंजरी मिलाकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इससे भगवान विष्णु शीघ्र प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।
  3. तुलसी की मंजरी युक्त खीर: उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी को तुलसी की मंजरी युक्त या मिश्रित चावल की खीर अर्पित करें। इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और आर्थिक तंगी से निजात पाने में मदद मिलती है।
  4. तुलसी माता की पूजा: उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी माता की पूजा अवश्य करें। इस समय कच्चे दूध से तुलसी माता को अर्घ्य दें। इससे सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
  5. लक्ष्मीनारायण को ये चीजें करें अर्पित: उत्पन्ना एकादशी के दिन भक्ति भाव से लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें। इस समय सात कौड़ी, एक श्रीफल और तुलसी की मंजरी लक्ष्मी नारायण जी को अर्पित करें। इससे आय में वृद्धि होने लगती है और घर में सुख और शांति बनी रहती है।
मोक्षदा एकादशी की व्रत कथा

मोक्षदा एकादशी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह त्योहार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है, जो भगवान विष्णु की कृपा से मोक्ष की प्राप्ति का प्रतीक है।

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