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Aaj Ka Panchang 5 February 2025: आज 05 फरवरी 2025 माघ माह का 23वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। वहीं आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर भरणी नक्षत्र और शुक्ला योग का संयोग भी बन रहा है।
आज 04 फरवरी 2025 माघ माह का 22वां दिन का है और पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। वहीं आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर अश्विनी नक्षत्र और शुभ योग का संयोग भी बन रहा है।
व्यापार शुरू करने के शुभ मुहूर्त फरवरी 2025
नया व्यवसाय शुरू करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है जिसमें कई चीजें शामिल होती हैं। रणनीति, कड़ी मेहनत, नवाचार, और सबसे महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त। जी हां, सही समय चुनना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आपके व्यवसाय की रणनीति और योजना।
फरवरी के पहले सप्ताह के व्रत-त्योहार
फरवरी का महीना धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस महीने में फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, फरवरी 2025 में कई प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।
बसंत पंचमी पर 144 वर्ष बाद बन रहा है विशेष योग
बसंत पंचमी का दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। हर वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है और विधि-विधान से माता सरस्वती की पूजा की जाती है।
बसंत पंचमी पर बृहस्पति से इन राशियों को फायदा
ज्योतिष शास्त्र में कुंडली का बहुत महत्व है, और ग्रहों की स्थिति हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती है। गुरु, जिसे बृहस्पति भी कहा जाता है, को देवताओं का गुरु माना जाता है और इसका कुंडली में विशेष महत्व होता है।
गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त फरवरी 2025
सनातन धर्म में शुभ कार्यों की शुरुआत करने से पहले शुभ तिथि और मुहूर्त का महत्व बहुत अधिक है। यह मान्यता है कि शुभ तिथि और मुहूर्त में किया गया कार्य अवश्य सफल होता है।
वाहन खरीद शुभ मुहूर्त फरवरी 2025
वाहन खरीदना एक महत्वपूर्ण काम होता है जहां आपका एक सपना वास्तविकता में बदलने वाला होता है। हिंदू धर्म में जिस तरह लोग मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखते हैं उसी तरह संपत्ति, वाहन, भूमि खरीदने से पहले भी शुभ मुहूर्त देखा जाता है।
प्रॉपर्टी खरीद शुभ मुहूर्त फरवरी 2025
भारतीय संस्कृति में शुभ मुहूर्त का महत्व सदियों से जारी है। चाहे वह शादी-विवाह हो, मुंडन, अन्य अनुष्ठान, या फिर संपत्ति की खरीदारी, शुभ मुहूर्त का पालन करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है।