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दस महाविद्याओं में मां देवी भैरवी की करें आराधना, बंधनों से मुक्ति मिलेगी
दस महाविद्याओं में भैरवी की उपासना का बड़ा महत्व है। भैरवी की पूजा अर्चना करने से बंधनों से मुक्ति के साथ व्यापार में बढ़ोतरी और धन सम्पदा में लाभ होता है।
दस महाविद्या में मां भुवनेश्वरी विशेष, संसार के वैभव और ऐश्वर्य की देवी
देवी अवतार के दस महाविद्याओं का संबंध भगवान विष्णु के दस अवतारों से है। इन्हीं में वैभव और ऐश्वर्य की देवी शताक्षी और शाकम्भरी नाम से प्रसिद्ध भुवनेश्वरी देवी भी है।
दस महाविद्याओं में शामिल देवी तारा हर संकट से तुरंत उबारती हैं, जानें मां से जुड़ी कथा और मंत्र
दस महाविद्याओं में से तांत्रिकों की मुख्य देवी के रूप में तारा की आराधना का विधान हैं।
देवी आराधना के पावन पर्व नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-उपासना से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं।
इस नवरात्रि पालकी पर आ रही हैं मां अम्बे
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि तीन अक्टूबर से प्रारंभ हो रही है। मान्यता है कि हर साल मैय्या नवरात्रि में एक विशेष वाहन या आसन पर विराजमान होकर आती है और इनका अपना धार्मिक महत्व है।
नवरात्रि में इस लिए बोए जाते हैं गेंहू के ज्वारे, जानिए किस रंग के ज्वारों का क्या है संकेत, पूजा विधि भी जानें…
अखंड ज्योत का महत्व, पूजा विधि
नौ रातों में क्यों जलाई जाती है अखंड ज्योत, जानिए सही पूजा विधि के साथ ज्योत के प्रकार भी..
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का थनौद गांव बहुत खास है। यहां नवरात्रि के दौरान एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है। यहां मां दुर्गा की प्रतिमाओं का श्रृंगार केवल महिलाएं ही करती हैं, जिसमें मूर्तिकारों की पत्नियां, बहनें, बेटियां और बहुएं शामिल होती हैं।
यहां खप्पर निकलते देखकर डर से कांपने लगते हैं लोग, जानिए कबीरधाम की विचित्र परंपरा
छत्तीसगढ़ का कबीरधाम जिला जो पहले कवर्धा जिला कहलाता था। यहां नवरात्रि में एक विशेष धार्मिक परंपरा है। दरअसल दुर्गा अष्टमी की रात को यहां तीन प्रमुख देवी मंदिरों से खप्पर निकाले जाते हैं।