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ॐ जय गङ्गाधर हर, जय गिरिजाधीशा। त्वं मां पालय नित्यं, कृपया जगदीशा॥
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे। भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता। आदि ज्योति महारानी, सब फल की दाता॥
जय लक्ष्मी-विष्णो, स्वामी जय लक्ष्मीनारायण, जय माधव, जय श्रीपति, जय, जय, जय विष्णो॥
पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम्, निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम्।
जय लक्ष्मीरमणा, श्री जय लक्ष्मीरमणा। सत्यनारायण स्वामी, जनपातक हरणा॥
आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति, दर्शनमात्रे मन कामना पूर्ति...
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।