नवीनतम लेख

आरती पुराण जी की (Aarti Puran Ji Ki)

आरती अतिपावन पुराण की,

धर्म भक्ति विज्ञान खान की,


महापुराण भागवत निर्मल,

शुक-मुख-विगलित निगम-कल्प-फल,

परमानन्द-सुधा रसमय फल,

लीला रति रस रसनिधान की,

आरती अति पावन पुराण की.......


कलिमल मथनि त्रिताप निवारिणी,

जन्म मृत्युमय भव भयहारिणी ,

सेवत सतत सकल सुखकारिणी,

महा-औषधि हरि चरित गान की,

आरती अति पावन पुराण की.......


विषय विलास विमोह विनाशिनी,

विमल विराग विवेक विकासिनी,

भागवत तत्व रहस्य प्रकाशिनी,

परम ज्योति परमात्मा ज्ञान की,

आरती अति पावन पुराण की.......


परमहंस मुनि मन उल्लासिनी,

रसिक ह्रदय रस रास-विलासिनी,

भुक्ति मुक्ति रति प्रेम सुदासिनी,

कथा अकिंचन-प्रिय सुजान की,

आरती अति पावन पुराण की.......


बोलिये श्रीभागवत पुराण की जय

डम डम डम डमरू वाला, शिव मेरा भोला भाला (Dam Dam Dam Damru Wala Shiv Mera Bhola Bhala)

डम डम डम डमरू वाला,
शिव मेरा भोला भाला,

तेरा जग है करें गुणगान, गजानन लम्बोदर(Tera Jag Hai Kare Gunagaan Gajaanan Lambodar)

तेरा जग है करे गुणगान,
गजानन लम्बोदर,

अंजनी के लाला, एक बार मिला दे मोहे राम से: भजन (Anjani Ke Lala Ek Baar Mila De Mohe Ram Se)

अंजनी के लाला,
एक बार मिला दे मोहे राम से ॥

श्रीकृष्ण के 108 नामों की जाप

प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व पूरे विधि विधान से मनाया जाता है। इस दिन श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना की जाती है।