नवीनतम लेख

ब्लॉग

गणेश चतुर्थी पर चांद देखने से लगता है झूठा कलंक, स्मयंतक मणि की कथा से होगा निवारण

गणेश चतुर्थी मतलब देश-भर में भगवान गणपति की विधि विधान से पूजा-अर्चना और उपासना के दिनों की शुरुआत।

गणेश चतुर्थी पर नहीं करना चाहिए चंद्रमा के दर्शन, जीवन में लगता है झूठा कलंक, जानें क्या है बचाव के उपाय

गणेश चतुर्थी के दिन हम सभी बड़ी धूमधाम से गणेश जी का जन्मोत्सव मनाते हैं। इस दिन देवों में प्रथम वंदनीय भगवान गणेश जी की प्रतिमा घर में स्थापित की जाती है।

श्री गणेश चतुर्थी पूजा विधि 2024 (Shri Ganesh Chaturthi Puja Vidhi 2024)

हिंदू धर्म में प्रत्येक शुभ कार्य करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। ऐसे ही जब भी बड़े त्योहारों की शुरूआत होती है, तो सबसे पहले गजानन की ही पूजा होती है।

इतने विशाल शरीर वाले श्री गणेश का वाहन आखिर इतना छोटा कैसे! जानिए श्री गणेश से जुड़े कुछ रोचक किस्से

7 सितंबर 2024 से पूरे भारत वर्ष को हर्षोल्लास से भर देने वाले श्री गणेश उत्सव की शुरुआत हो रही है।

गणेश जी की छोटी सी कहानी, जब चुटकी भर चावल से बनी भगोना भर खीर

विघ्न विनाशक, रिद्धि-सिद्धि के दाता और देवताओं के राजा गजानन गणपति महाराज सदा अपने भक्तों की सहायता करते हैं।

जब गणेश के मंदिर के सेवादार की राजकुमारी से शादी हुई, पढ़ें मालिन की कहानी

भगवान गणेश की महिमा और भक्तों पर कृपा बरसाने की कई कथाएं हैं।

पति की लंबी उम्र के लिए गणेश जी की पूजा करें

किसी भी शुभ काम में भगवान श्री गणेश की पूजा सबसे पहले की जाती है यह तो सभी जानते ही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए भी भगवान गणेश की पूजा करती हैं।

2, 4 नहीं 16 भुजाधारी भी हैं भगवान गणेश, जानें गजानन के 32 मंगलदायक स्वरूप

देवाधिदेव महादेव भगवान शंकर के पुत्र और देवों में प्रथम वंदनीय भगवान गणेश की महिमा अपरंपार है। उनकी महिमा का बखान करने में बड़े-बड़े ऋषि मुनियों ने स्वयं को असमर्थ पाया है।

कान से लेकर सूंड तक, जानें गजानन के विराट स्वरूप का मतलब

भगवान गणेश जी का स्थान देवों में सबसे पहले हैं। वे जितने श्रेष्ठ हैं, उनका उतना ही विराट और विशाल स्वरूप है। अन्य देवताओं ने युगों-युगों तक अपने स्वरूप में बदलाव नहीं किया।