नवीनतम लेख

चंद्र ग्रहण में शनिदेव की इन राशियों पर कृपा

Chandra Grahan 2025: चंद्र ग्रहण पर सूर्यपुत्र बनाएंगे राजयोग, इन राशियों की किस्मत जाएगी बदल



चंद्र ग्रहण 2025 के दौरान शनि देव शश राजयोग का निर्माण कर रहे हैं, जो कुछ राशियों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हो सकता है। इस दुर्लभ संयोग के प्रभाव से इन राशियों को विशेष रूप से धन लाभ और अच्छे कर्मफल की प्राप्ति होगी। शनि देव के आशीर्वाद से इन जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे, जिससे उनकी किस्मत चमक सकती है। यह समय उनके लिए नए अवसरों और सफलता का संकेत है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि इस राजयोग का प्रभाव किन राशियों पर पड़ेगा और उनकी जिंदगी में क्या खास बदलाव हो सकते हैं, तो आइए जानते हैं।



इन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण 2025 के दिन शनि देव शश राजयोग बनाएंगे, जिसका प्रभाव कुछ राशियों के जातकों के लिए बेहद लाभकारी हो सकता है।

आइए जानते हैं उन राशियों के बारे में:


1. मेष राशि


शनि देव के शश राजयोग के प्रभाव से मेष राशि के जातकों को पैसों का लाभ हो सकता है। कारोबार में भारी मुनाफा और नौकरीपेशा जातकों को विशेष लाभ मिलेगा। अगले महीने में सफलता के नए रास्ते खुल सकते हैं।



2. मिथुन राशि


मिथुन राशि के जातकों की समस्याओं का समाधान होगा और आय में वृद्धि हो सकती है। शनि देव के आशीर्वाद से कारोबार में तरक्की और आर्थिक लाभ की संभावना है। इस दौरान शादीशुदा जीवन में भी खुशहाली बनी रहेगी।



3. कुंभ राशि


कुंभ राशि के जातकों को शनि देव के आशीर्वाद से धन लाभ हो सकता है। नौकरीपेशा जातकों को नई नौकरी मिल सकती है और व्यापार की स्थिति में सुधार हो सकता है। शश राजयोग के प्रभाव से कुंभ राशि वालों को इस समय विशेष लाभ मिलेगा।


सपने में सखी देख्यो नंदगोपाल(Sapane Me Sakhi Dekhyo Nandgopal)

सपने में सखी देख्यो नन्दगोपाल,
सावली सूरतिया हाथो मे बाँसुरिया,

मनमोहन तुझे रिझाऊं तुझे नित नए लाड़ लड़ाऊं(Manmohan Tujhe Rijhaun Tujhe Neet Naye Laad Ladau)

मनमोहन तुझे रिझाऊं,
तुझे नित नए लाड़ लड़ाऊं,

गुरु पूर्णिमा की पूजा विधि

सनातन धर्म में गुरु ही हमें सही और गलत की समझ देते हैं और अच्छे-बुरे का अंतर सिखाते हैं। गुरुओं की महत्ता हमारी संस्कृति में सदियों से रही है। यहां तक कि गुरु को भगवान से भी ऊँचा दर्जा प्राप्त है।

भागीरथ-नंदिनी जी की आरती (Bhagirath-Nandini Ji Ki Aarti)

जय जय भगीरथ-नंदिनी, मुनि-चय चकोर-चन्दिनी,
नर-नाग-बिबुध-वंदिनी, जय जह्नुबालिका।