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गोवर्धन पूजा विधि (Govardhan Puja Vidhi)

>> सबसे पहले घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाएं। 


>> गोवर्धन पर्वत को फूलों से सजाए। 


>> भगवान गोवर्धन की नाभि में मिट्टी का दीपक रखें और उसे दूध, दही, शहद, बताशे, और गंगाजल से भरें।


 >> भगवान गोवर्धन को नैवेद्य और फल अर्पित करें। भगवान गोवर्धन की षोडश उपचार से पूजा करें। 


>> गोवर्धन पूजा की कथा पढ़ें ।

  

>> गोवर्धन की सात परिक्रमा करें। 


>> गाय, बैल, और दूसरे पशुओं को स्नान कराएं और उनकी पूजा करें। 

 

>> गायों को मिठाई खिलाएं और आरती उतारें। 


>> भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति रखकर धूप-दीप से आरती करें।


>> भोग लगाने के लिए अन्नकूट और 56 तरह के व्यंजन तैयार करें।

 

>> शहद, दही और चीनी से पंचामृत तैयार करें और चढ़ाएं। 


>> गोवर्धन महाराज की आरती करें और जयकारे लगाएं। 


इस प्रकार से पूजन करके घर के बड़ो का आशीर्वाद लें और इसके बाद सभी के साथ खुशी मनाएं। 


।। इति गोवर्धन पूजन विधि ।। 


कजरी तीज 2024 (Kajari Teej 2024)

मां पार्वती शिव को वर के रूप में पाने के लिए रखा था कजरी तीज का व्रत, सुहाग की रक्षा और संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है

शिव शंकर भोलेनाथ, तेरा डमरू बाजे पर्वत पे (Shiv Shankar Bholenath Tera Damru Baje Parvat Pe)

शिव शंकर भोलेनाथ,
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मां वेदों ने जो तेरी महिमा कही है (Maa Vedon Ne Jo Teri Mahima Kahi Hai)

माँ वेदों ने जो तेरी महिमा कही है,
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देना हो तो दीजिए जनम जनम का साथ(Dena Ho To Dijiye Janam Janam Ka Sath)

देना हो तो दीजिए,
जनम जनम का साथ ।

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