नवीनतम लेख

शुक्रदेव की पूजा कैसे करें?

इस विधि से करें शुक्रदेव की पूजा, सुख-सुविधाओं के साथ होगी धन प्राप्ति



हिंदू धर्म में शुक्र देवता को भौतिक सुख-सुविधाओं का देवता कहा जाता है। इतना ही नहीं, शुक्रदेव को सौंदर्य और आकर्षण का देवता भी माना जाता है। लोग उनकी कृपा पाने के लिए पूजा करते हैं ताकि वे सुंदर और आकर्षक बन सकें। शुक्रदेव को सुख और वैभव का देवता भी माना जाता है। इनकी पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को धन वृद्धि के साथ-साथ ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। 


शुक्रदेव असुरों के गुरु थे और उन्हें मृतसंजीवनी मंत्र का ज्ञाता माना जाता है। आपको बता दें, शुक्र ग्रह को भी शुक्रदेव से जोड़ा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को प्रेम, रोमांस और सौंदर्य का कारक माना जाता है। अब ऐसे में शुक्र देवता की पूजा किस विधि से करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में विस्तार से इस लेख में जानते हैं। 



शुक्र देवता की पूजा के लिए सामग्री 


  • शुक्र देवता की प्रतिमा
  • फूल
  • फल
  • मिठाई
  • अक्षत
  • दीपक
  • धूप
  • चंदन
  • सफेद वस्त्र
  • चांदी
  • सफेद चन्दन
  • दही
  • चीनी
  • गौ दूध


शुक्र देवता की पूजा किस विधि से करें? 


  • शुक्र देवता की पूजा के लिए शुक्रवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है।
  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
  • एक साफ जगह पर शुक्र देवता की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  • दीपक में घी डालकर जलाएं।
  • शुक्र देवता को फूल, चंदन, रोली, चावल आदि अर्पित करें।
  • शुक्र देवता का मंत्र "ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नमः" का जाप करें। 
  • शुक्र देवता की आरती करें।
  • इस दिन सफेद वस्त्र, चावल, दूध, दही आदि का दान करना शुभ माना जाता है। 



शुक्र देवता की पूजा करने के नियम क्या है? 


  • शुक्र को असुरों का गुरु कहा जाता है और इन्हें सुख, वैभव और सौंदर्य का कारक माना जाता है। इनकी पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। शुक्र देवता का दिन शुक्रवार है। इस दिन इनकी पूजा करने का विशेष महत्व होता है।
  • सुबह के समय पूजा करने से शुक्र देवता शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
  • शुक्र देवता की पूजा सफेद वस्त्र पहनकर करें। 
  • शुक्रवार के दिन उपवास रखने से शुक्र देवता प्रसन्न होते हैं।
  • इस दिन सफेद गाय को चारा खिलाएं।


शुक्र देवता की पूजा करने से मिलते हैं ये लाभ


शुक्र देवता की कृपा से व्यक्ति को धन, वैभव और समृद्धि प्राप्त होती है। व्यापार और व्यवसाय में सफलता मिलती है। शुक्र देवता सौंदर्य के देवता भी माने जाते हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति का व्यक्तित्व आकर्षक होता है। शुक्र देवता प्रेम के देवता भी हैं। इनकी पूजा करने से प्रेम जीवन में मधुरता आती है और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। कुंवारे लोगों को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। शुक्र देवता कला और रचनात्मकता के देवता भी हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति में कलात्मक प्रतिभा का विकास होता है।  शुक्र देवता भौतिक सुखों के देवता भी हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में सुख और आराम मिलता है।


यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र दोष है तो शुक्र देवता की पूजा करने से उस दोष का निवारण होता है।



श्री बगलामुखी चालीसा (Shri Baglamukhi Chalisa)

नमो महाविद्या बरदा, बगलामुखी दयाल।
स्तम्भन क्षण में करे, सुमरित अरिकुल काल।।

लागी तुम संग यारी मेरे बांके बिहारी (Laagi Tum Sang Yaari Mere Banke Bihari)

लागी तुम संग यारी,
मेरे बांके बिहारी,

बालाजी म्हारा कष्ट निवारो जी: भजन (Balaji Mhara Kasht Niwaro Ji)

बालाजी म्हारा कष्ट निवारो जी,
दुखड़ा का मारया हाँ,

बोल पिंजरे का तोता राम (Bol Pinjare Ka Tota Ram)

बोल पिंजरे का तोता राम,
हरे राम राधेश्याम सियाराम रे,

यह भी जाने