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बिहार के मशहूर वास्तु विशेषज्ञ केपी सिंह के अनुसार उत्तर दिशा के स्वामी यक्ष धन कुबेर माने जाते हैं। शास्त्रों में इसलिए इन्हें धन का देवता भी कहा जाता है।
सोनपुर के बाबा हरिहर नाथ में प्रसिद्ध मेले के पीछे एक बड़ी रोचक कथा प्रचलित है। एक बार एक हाथी और मगरमच्छ के बीच यहां भयंकर युद्ध शुरू हो गया।
हर व्यक्ति के स्वभाव और जीवन पर उसके जन्म के नक्षत्र का विशेष प्रभाव होता है। आज हम ऐसे ही एक महत्वपूर्ण नक्षत्र, अश्लेषा नक्षत्र की बात कर रहे हैं, जिसे अयिलयम नक्षत्र भी कहा जाता है। इस नक्षत्र में जन्मे लोग रहस्यमयी, बुद्धिमान और चतुर होते हैं, लेकिन उनके निर्णयों में कभी-कभी संदेह और भ्रम भी पाया जाता है। इस नक्षत्र का संबंध नागों से होता है, जिससे इन व्यक्तियों में छिपी हुई शक्तियों और विष तत्व का प्रभाव देखा जाता है। आइए, अश्लेषा नक्षत्र के गुणधर्म और उनके जातकों के स्वभाव को विस्तार से समझते हैं।हर व्यक्ति के स्वभाव और जीवन पर उसके जन्म के नक्षत्र का विशेष प्रभाव होता है। आज हम ऐसे ही एक महत्वपूर्ण नक्षत्र, अश्लेषा नक्षत्र की बात कर रहे हैं, जिसे अयिलयम नक्षत्र भी कहा जाता है। इस नक्षत्र में जन्मे लोग रहस्यमयी, बुद्धिमान और चतुर होते हैं, लेकिन उनके निर्णयों में कभी-कभी संदेह और भ्रम भी पाया जाता है। इस नक्षत्र का संबंध नागों से होता है, जिससे इन व्यक्तियों में छिपी हुई शक्तियों और विष तत्व का प्रभाव देखा जाता है। आइए, अश्लेषा नक्षत्र के गुणधर्म और उनके जातकों के स्वभाव को विस्तार से समझते हैं।
सुईया पहाड़ जहां हर कदम चुनौतीपूर्ण, लहूलुहान हो जाते हैं पैर.
आश्विन माह हिंदू पंचांग का सातवां और धार्मिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण महीना है, जो भाद्रपद पूर्णिमा के बाद शुरू होता है। इस वर्ष आश्विन माह 18 सितंबर से 17 अक्टूबर तक रहेगा। इस दौरान पितृ पक्ष, नवरात्रि, दशहरा, और कोजागिरी पूर्णिमा जैसे प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे। ये त्योहार धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष महत्व रखते हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक उन्नति और सांस्कृतिक जुड़ाव का अनुभव कराते हैं।
भगवान श्री गणेश से जुड़ी एक कहानी के अनुसार, एक बार गणेश जी पृथ्वी पर भ्रमण करने आए।
सनातन धर्म को मानने वाले लोग यह अच्छी तरह जानते हैं कि किसी भी मंगल कार्य को प्रारंभ करने से पहले देवताओं को मनाया जाता है।
मां पार्वती और भगवान शिव के छोटे पुत्र भगवान गणेश ने संसार को माता-पिता का महत्व ऐसे समझाया कि वो देवताओं में प्रथम वंदनीय हो गए। माता-पिता ने स्वयं उन्हें देवताओं में प्रथम पूज्य होने का आशीर्वाद दिया।
गजानन गणपति महाराज भक्त वत्सल और हर मनोकामना को पूर्ण करने वाले देवता हैं।
श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल, तिरूअनंतपुरम (Shri Padmanabhaswamy Mandir, Kerala, Thiruvananthapuram)
श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात (Shri Someshwara Swamy Temple (Somnath Temple), Gujarat)
ॐकारेश्वर महादेव मंदिर, ओमकारेश्वर, मध्यप्रदेश (Omkareshwar Mahadev Temple, Omkareshwar, Madhya Pradesh)
श्री रंगनाथस्वामी मंदिर - नेल्लोर, आंध्र प्रदेश (Sri Ranganadha swamI Temple - Nellore, Andhra Pradesh)
यागंती उमा महेश्वर मंदिर- आंध्र प्रदेश, कुरनूल (Yaganti Uma Maheshwara Temple- Andhra Pradesh, Kurnool)
श्री सोमेश्वर जनार्दन स्वामी मंदिर- आंध्र प्रदेश (Sri Someshwara Janardhana Swamy Temple- Andhra Pradesh)
Shri Sthaneshwar Mahadev Temple, Thanesar, Kurukshetra (स्थानेश्वर महादेव मंदिर, थानेसर, कुरुक्षेत्र)
अरुल्मिगु धनदायूंथापनी मंदिर, पलानी, तमिलनाडु (Arulmigu Dhandayunthapani Temple, Palani, Tamil Nadu)
गोमटेश्वर बाहुबली मंदिर, श्रवणबेलगोला, कर्नाटक (Gommateshwara Bahubali Temple, Shravanabelagola, Karnataka)
श्री श्री राधा गोपीनाथ मंदिर इस्कॉन चौपाटी मुंबई (Sri Sri Radha Gopinath Temple, ISKCON Chowpatty, Mumbai)
TH 75A, New Town Heights, Sector 86 Gurgaon, Haryana 122004
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