सूर्य मंत्र

ॐ सूर्याय नमः 

ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकरः 

ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ।

ॐ घृणि सूर्याय नमः

ॐ घृणि सूर्य्यः आदित्यः

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय,

मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।


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श्रीदुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् (Durga Ashtottara Shatanama Stotram)

दुर्गाअष्टोत्तरशतनामस्तोत्र एक पवित्र हिंदू मंत्र या स्तोत्र है, जिसमें देवी दुर्गा के 108 नामों का वर्णन है। यह स्तोत्र दुर्गा सप्तशती के अंदर आता है और देवी दुर्गा की महिमा और शक्ति का वर्णन करता है।

ना जाने कौन से गुण पर, दयानिधि रीझ जाते हैं (Na Jane Kaun Se Gun Par Dayanidhi Reejh Jate Hain)

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दिन जिंदगी के चार, चाहे कम देना (Din Jindagi ke Char Chahe kam dena)

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विवाह पंचमी पर क्यों होती है केले की पूजा

विवाह पंचमी पर केले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन अयोध्या और जनकपुर में विशेष उत्सव और शोभा यात्राएं निकाली जाती हैं।

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