हाजीपुर केलवा महँग भेल हे धनिया (Hajipur Kelwa Mahang Bhaile Dhaniya)

हाजीपुर केलवा महँग भेल हे धनिया

छोड़ी देहु आहे धनि छठी रे वरतिया

हाजीपुर नारियल महँग भेल हे धनिया

छोड़ी देहु आहे धनि छठी रे वरतिया


हम कैसे छोड़ब प्रभु छठी रे वरतिया

हम कैसे छोड़ब प्रभु छठी रे वरतिया

छठी रे वरतिया मोरा प्राण के अधरबा

छठी रे वरतिया मोरा प्राण के अधरबा

छठी रे वरतिया मोरा अवध सेनोरबा

छठी रे वरतिया मोरा अवध सेनोरबा


दउरा गोल सुपवा महँग भेल हे धनिया

कोरवा गेहुंअवा महँग भेल हे धनिया

छोड़ी देहु आहे धनि छठी रे वरतिया


हम नहीं छोड़ब प्रभु छठी रे वरतिया

छठिया करइते बढ़ल कुल परिबरवा

छठी रे वरतिया मोरा प्राण के अधरबा


हम कैसे छोड़ब प्रभु छठी रे वरतिया

छठी रे वरतिया देल गोदी के बलकबा

अन धन लक्ष्मी बढ़ल नैहर ससुरवा


हाजीपुर केलवा महँग भेल हे धनिया

छोड़ी देहु आहे धनि छठी रे वरतिया

हम नहीं छोड़ब प्रभु छठी रे वरतिया


........................................................................................................
मैं हार गया जग से, अब तुमको पुकारा है (Main Haar Gaya Jag Se Ab Tumko Pukara Hai)

मैं हार गया जग से,
अब तुमको पुकारा है,

श्री शिव भगवान जी की आरती

ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥

पौष मास की महिमा एवं महत्व

हिंदू पंचांग में दसवें माह को पौष कहते हैं। इस बार पौष मास की शुरुआत 16 दिसंबर से हो गई है जो 13 जनवरी तक रहेगी। इस मास में हेमंत ऋतु का प्रभाव रहता है।

तकदीर मुझे ले चल, मैय्या जी की बस्ती में

दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे,
( दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे,)

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।