ये सारे खेल तुम्हारे है जग कहता खेल नसीबों का: भजन (Ye Sare Khel Tumhare Hain Jag Kahta Khel Naseebo Ka)

ये सारे खेल तुम्हारे है,

जग कहता खेल नसीबों का,

मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू,

मैंने सुना तू यार गरीबों का ॥


तेरी दीन सुदामा से यारी,

हमको ये सबक सिखाती है,

धनवानों की ये दुनिया है,

पर तू निर्धन का साथी है,

दौलत के दीवाने क्या जाने,

तू आशिक सदा गरीबों का,

मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू,

मैंने सुना तू यार गरीबों का ॥


नरसी ने दौलत ठुकराकर,

तेरे सा बेटा पाया था,

तुने कदम कदम पर कान्हा,

बेटे का धर्म निभाया था,

कोई माने या प्रभु ना माने,

पर तू करतार गरीबों का,

मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू,

मैंने सुना तू यार गरीबों का ॥


प्रभु छमा करो ‘रोमी’ सबको,

तेरे राज की बात बताता है,

तु सिक्के चांदी के देकर,

हमे खुद से दूर भगाता है,

तेरी इसी अदा से जान गया,

तुझको ऐतबार गरीबों का,

मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू,

मैंने सुना तू यार गरीबों का ॥


ये सारे खेल तुम्हारे है,

जग कहता खेल नसीबों का,

मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू,

मैंने सुना तू यार गरीबों का ॥

........................................................................................................
बिगड़ी बनाने आजा, एक बार मेरी मैया (Bigdi Banane Aaja Ek Baar Meri Maiya)

फूलों से सजाया है,
दरबार मेरी मैया,

श्री रुद्राष्टकम् मंत्र (Sri Rudrashtakam Mantra)

॥ श्रीरुद्राष्टकम् ॥
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं
चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् ॥ १॥ ॥ Shrirudrashtakam ॥
namaamishmishan nirvanarupam
vibhum vyapakam bramvedasvarupam .
nijam nirgunam nirvikalpam niriham
chidakashamakashavasam bhaje̕ham . 1.

अथ वेदोक्तं रात्रिसूक्तम् (Ath Vedokta Ratri Suktam)

वेदोक्तम् रात्रि सूक्तम् यानी वेद में वर्णन आने वाले इस रात्रि सूक्त का पाठ कवच, अर्गला और कीलक के बाद किया जाता है। इसके बाद तन्त्रोक्त रात्रि सूक्त और देव्यथर्वशीर्षम् स्तोत्रम् का पाठ किया जाता है।

कब है माघ पूर्णिमा व्रत

सनातन हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भक्त भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं। जिससे उनका जीवन खुशहाल होता है। साथ ही सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए व्रत भी किया जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।