दुर्गा पूजा पुष्पांजली

प्रथम पुष्पांजली मंत्र



ॐ जयन्ती, मङ्गला, काली, भद्रकाली, कपालिनी ।


दुर्गा, शिवा, क्षमा, धात्री, स्वाहा, स्वधा नमोऽस्तु ते॥


एष सचन्दन गन्ध पुष्प बिल्व पत्राञ्जली ॐ ह्रीं दुर्गायै नमः॥



द्वितीय पुष्पांजली मंत्र


ॐ महिषघ्नी महामाये चामुण्डे मुण्डमालिनी ।


आयुरारोग्यविजयं देहि देवि! नमोऽस्तु ते ॥


एष सचन्दन गन्ध पुष्प बिल्व पत्राञ्जली ॐ ह्रीं दुर्गायै नमः ॥



तृतीया पुष्पांजली मंत्र


ॐ सर्व मङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके ।


शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोऽस्तु ते ॥१॥


सृष्टि स्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि ।


गुणाश्रये गुणमये नारायणि! नमोऽस्तु ते ॥२॥



शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे ।


सर्वस्यार्तिहरे देवि! नारायणि! नमोऽस्तु ते ॥३॥

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मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ (Main Do-Do Maa Ka Beta Hun)

मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ,
दोनों मैया बड़ी प्यारी है ।

ब्रह्मा जी की पूजा विधि

ब्रह्मा जी, जिन्हें सृष्टि के रचयिता के रूप में जाना जाता है, के कई मंदिर होने के बावजूद उनका सबसे प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के पुष्कर में स्थित है।

बनेंगे सारे बिगड़े काम, प्रभु श्री राम को पूजो (Banenge Sare Bigde Kaam Prabhu Shri Ram Ko Pujo)

बनेंगे सारे बिगड़े काम,
प्रभु श्री राम को पूजो,

भर दों झोली मेरी गणराजा (Bhar Do Jholi Meri Ganraja)

भर दो झोली मेरी गणराजा,
लौटकर मैं ना जाऊंगा खाली,

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