छठी माई के घटिया पे (Chhati Mai Ke Ghatiya Pe)

छठी माई के घटिया पे,

आजन बाजन,

बाजा बजवाईब हो ।


छठी माई के घटिया पे,

आजन बाजन,

बाजा बजवाईब हो ।


गोदीया में होईहे बलकवा,

अरघ देवे आईब हो ।


गोदीया में होईहे बलकवा,

अरघ देवे आईब हो ।


एक ही ललन बिना,

छछनेला मनवा,

सुन सान लागे हमरो,

घरवा अंगनवा ।


एक ही ललन बिना,

छछनेला मनवा,

सुन सान लागे हमरो,

घरवा अंगनवा ।


पूरा होईहे दिलवा के ललसा त,

जलसा कराईब हो ।


गोदीया में होईहे बलकवा,

अरघ देवे आईब हो ।


गोदीया में होईहे बलकवा,

अरघ देवे आईब हो ।


मनवा में आस लेके,

रोवेली बझिनी,

कहिया बसईबू छठी माई,

हमरो दुनिया,

कहिया बसईबू छठी माई,

हमरो दुनिया ।


अइसन सुंदर फल पाईब,

सूरूज गोहराईब हो,


गोदीया में होईहे बलकवा,

अरघ देवे आईब हो ।


गोदीया में होईहे बलकवा,

अरघ देवे आईब हो ।


छठी माई के घटिया पे,

आजन बाजन,

बाजा बजवाईब हो ।


गोदीया में होईहे बलकवा,

अरघ देवे आईब हो ।


गोदीया में होईहे बलकवा,

अरघ देवे आईब हो ।

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श्री राम प्यारे अंजनी दुलारे (Shree Ram Pyare Anjani Dulare)

श्री राम प्यारे अंजनी दुलारे,
सबके सहारे जय महावीरा,

शबरी जंयती की पूजा विधि

शबरी जयंती सनातन धर्म में महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। हर साल माता शबरी के जन्मोत्सव के रूप में शबरी जयंती मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, शबरी जयंती फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है।

झूम उठा दिल देख नजारा, उस सालासर धाम का(Jhoom Utha Dil Dekho Nazara Us Salasar Dham Ka)

झूम उठा दिल देख नजारा,
उस सालासर धाम का,

सूर्यदेव को रथ सप्तमी पर क्या चढ़ाएं

रथ-सप्तमी के दिन सूर्यदेव की पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि अगर सूर्यदेव की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ किया जाए तो व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य के साथ मान-सम्मान में भी वृद्धि हो सकती है।

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