अंजनी के लाला पे, भरोसा जो होगा (Anjani Ke Lala Pe Bharosa Jo Hoga)

अंजनी के लाला पे,

भरोसा जो होगा,

जो कुछ भी होगा,

अच्छा ही होगा ॥


कांटे मिले तो,

शिकायत ना करना,

उसकी कृपा के,

इशारे समझना,

बिगड़ी वो तेरी,

बनाता ही होगा,

जो कुछ भी होगा,

अच्छा ही होगा ॥


ढूंढेगा जो तू,

तुझे ना दिखेगा,

आस पास है वो,

एहसास होगा,

अंधेरे में दिपक,

जलाता ही होगा,

जो कुछ भी होगा,

अच्छा ही होगा ॥


इतना समझ ले,

कदम को बड़ा ले,

तेरे साथ है वो,

मन में बिठाले,

मन में वो बैठा,

बुलाता ही होगा,

जो कुछ भी होगा,

अच्छा ही होगा ॥


विधि का विधान कोई,

बदल ना पाये,

लीलानंद है तो,

क्यों घबराये,

उजड़ा चमन फिरसे,

सजाता वो होगा ,

जो कुछ भी होगा,

अच्छा ही होगा ॥


सहारा तुझे सिर्फ,

उनसे मिलेगा,

उनके सिवा तेरी,

कोई ना सुनेगा,

सिर पे वो हाथ तेरे,

फिरता ही होगा,

जो कुछ भी होगा,

अच्छा ही होगा ॥


अंजनी के लाला पे,

भरोसा जो होगा,

जो कुछ भी होगा,

अच्छा ही होगा ॥

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इतना तो करना स्वामी, जब प्राण तन से निकले( Itna to Karna Swami Jab Pran Tan Se Nikle)

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जब प्राण तन से निकले

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