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धूम मची है धूम माँ के दर, धूम मची है धूम ॥
दृष्टि हम पे दया की माँ डालो, बडी संकट की आई घड़ी है ।
दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले, तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।
दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी कैसे आऊं मैं कन्हैया,
डोमिन बेटी सुप नेने ठाढ़ छै उगऽ हो सुरुज देव,
दिया थाली बिच जलता है, ऊपर माँ का भवन बना,
दीनानाथ मेरी बात, छानी कोणी तेरे से दीनानाथ मेरी बात, छानी कोणी तेरे से
दिन जिंदगी के चार, चाहे कम देना,
डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे, प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,
डिम डिम डमरू बजावेला हामार जोगिया हे हमार जोगिया हो हमार जोगिया