नवीनतम लेख
नवीनतम लेख
दीपों के पर्व दीपावाली को हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को बड़े उल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व के लिए लोग पहले से ही अपने घरों की सजावट और साफ-सफाई शुरू कर देते हैं, ताकि माता लक्ष्मी के स्वागत में कोई कमी ना रहे। दिवाली का महत्त्व केवल रोशनी और खुशियों से भरे माहौल तक ही सीमित नहीं है। बल्कि इस दिन धन और समृद्धि के लिए भी कई प्रभावी उपाय किए जाते हैं। तो आइए जानते हैं इस दिवाली कौन से पांच विशेष उपाय अपनाकर धन और समृद्धि को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं।
दिवाली पर घर के मुख्य दरवाजे पर हल्दी और चावल के लेप से 'ॐ' का चिह्न बनाना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। जिन घरों के दरवाजों पर यह निशान बना होता है। वहां धन और वैभव का स्थायी वास रहता है। यदि हल्दी-चावल का लेप बनाना संभव न हो, तो बाजार में उपलब्ध रेडीमेड ‘ॐ’ का प्रतीक लाकर भी इसे दरवाजे पर स्थापित कर सकते हैं।
दिवाली पूजा के बाद शंख या डमरू बजाने की परंपरा भी अत्यंत लाभकारी मानी जाती है। पंडितों के अनुसार, शंख और डमरू से निकली ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और घर में सकारात्मक वातावरण उत्पन्न करती है।
शंख की ध्वनि का धार्मिक महत्व है। लेकिन यदि घर में डमरू लाकर इसे बजाया जाए, तो यह विशेष रूप से समृद्धि लाने में सहायक होता है। इसे विशेष रूप से दिवाली के दिन बजाने से घर की दरिद्रता समाप्त होती है।
लक्ष्मी और गणेश दोनों की संयुक्त पूजा दिवाली के अनिवार्य अंग मानी जाती है। लक्ष्मी-गणेश यंत्र की स्थापना करने से न केवल धन, बल्कि ज्ञान और बुद्धि भी प्राप्त होती है। गणेश जी को रिद्धि-सिद्धि के प्रदाता माना जाता है, जबकि मां लक्ष्मी धन की देवी हैं। दिवाली के दिन घर में किसी विद्वान पंडित से लक्ष्मी-गणेश यंत्र की विधिपूर्वक स्थापना करानी चाहिए ताकि इसका संपूर्ण लाभ मिल सके। यह यंत्र परिवार में सुख-समृद्धि लाने में सहायक होता है और आर्थिक परेशानियों को दूर करता है।
दिवाली के दिन गन्ने की जड़ लाकर उसका पूजन करना भी शुभ माना जाता है। देवी लक्ष्मी का एक रूप 'धान्य लक्ष्मी' है, जो अन्न और समृद्धि से जुड़ी मानी जाती हैं। गन्ने की जड़ को लक्ष्मी पूजन के समय देवी के समक्ष अर्पित करना बेहद लाभकारी माना गया है। इससे अन्न-धन की वृद्धि होती है और परिवार में कभी भी धन की कमी नहीं होती। यदि कमल का पुष्प उपलब्ध न हो, तो कमल-गट्टे की माला से देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना भी उतना ही प्रभावी होता है।
दिवाली के दिन तिजोरी में कुछ खास वस्तुएं रखना अत्यंत शुभ माना जाता है। पंडित आनंद भारद्वाज के अनुसार, यदि इस दिन तिजोरी में पीली कौड़ी, नोटों की गड्डी और पीपल के पत्ते रखे जाएं, तो यह धन-संपत्ति को आकर्षित करता है और आर्थिक संकटों से बचाता है।
पीली कौड़ी: इसे माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। दिवाली पूजा में पीली कौड़ी को अर्पित करने के बाद लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने से पूरे वर्ष धन की कमी नहीं होती।
पीपल का पत्ता: दिवाली के दिन पीपल के पत्ते पर 'ॐ' लिखकर तिजोरी में रखना अत्यंत शुभ होता है। यह आर्थिक तंगी को दूर करता है और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बनाए रखता है।
नोटों की गड्डी: तिजोरी में नए नोटों की गड्डी रखना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं और आय के स्रोत बढ़ते हैं।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल, तिरूअनंतपुरम (Shri Padmanabhaswamy Mandir, Kerala, Thiruvananthapuram)
श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात (Shri Someshwara Swamy Temple (Somnath Temple), Gujarat)
ॐकारेश्वर महादेव मंदिर, ओमकारेश्वर, मध्यप्रदेश (Omkareshwar Mahadev Temple, Omkareshwar, Madhya Pradesh)
श्री रंगनाथस्वामी मंदिर - नेल्लोर, आंध्र प्रदेश (Sri Ranganadha swamI Temple - Nellore, Andhra Pradesh)
यागंती उमा महेश्वर मंदिर- आंध्र प्रदेश, कुरनूल (Yaganti Uma Maheshwara Temple- Andhra Pradesh, Kurnool)
श्री सोमेश्वर जनार्दन स्वामी मंदिर- आंध्र प्रदेश (Sri Someshwara Janardhana Swamy Temple- Andhra Pradesh)
Shri Sthaneshwar Mahadev Temple, Thanesar, Kurukshetra (स्थानेश्वर महादेव मंदिर, थानेसर, कुरुक्षेत्र)
अरुल्मिगु धनदायूंथापनी मंदिर, पलानी, तमिलनाडु (Arulmigu Dhandayunthapani Temple, Palani, Tamil Nadu)
गोमटेश्वर बाहुबली मंदिर, श्रवणबेलगोला, कर्नाटक (Gommateshwara Bahubali Temple, Shravanabelagola, Karnataka)
श्री श्री राधा गोपीनाथ मंदिर इस्कॉन चौपाटी मुंबई (Sri Sri Radha Gopinath Temple, ISKCON Chowpatty, Mumbai)
TH 75A, New Town Heights, Sector 86 Gurgaon, Haryana 122004
Our Services
Copyright © 2024 Bhakt Vatsal Media Pvt. Ltd. All Right Reserved. Design and Developed by Netking Technologies