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ऐ मालिक तेरे बंदे हम (Aye Malik Tere Bande Hum)

ऐ मालिक तेरे बंदे हम,

ऐसे हो हमारे करम

नेकी पर चले और बदी से टले,

ताकी हँसते हुये निकले दम


ये अंधेरा घना छा रहा,

तेरा इन्सान घबरा रहा

हो रहा बेख़बर, कुछ ना आता नज़र,

सुख का सूरज छुपा जा रहा

है तेरी रोशनी में वो दम,

तो अमावस को कर दे पूनम


बड़ा कमजोर है आदमी,

अभी लाखों हैं इस में कमी

पर तू जो खड़ा, है दयालू बड़ा,

तेरी क्रिपा से धरती थमी

दिया तूने हमें जब जनम,

तू ही झेलेगा हम सब के ग़म


जब जुल्मों का हो सामना,

तब तू ही हमें थामना

वो बुराई करें, हम भलाई भरें,

नहीं बदले की हो कामना

बढ़ उठे प्यार का हर कदम,

और मिटे बैर का ये भरम


ऐ मालिक तेरे बंदे हम,

ऐसे हो हमारे करम

नेकी पर चले और बदी से टले,

ताकी हँसते हुये निकले दम

सामा-चकेवा और मुढ़ी-बतासे

सामा-चकेवा मिथिलांचल में भाई-बहन के प्रेम और अपनत्व का प्रतीक है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल सप्तमी से कार्तिक पूर्णिमा तक नौ दिन चलता है।

किस विधि वंदन करू तिहारो(Kis Vidhi Vandan Karun Tiharo Aughardani)

किस विधि वंदन करू तिहारो,
औघड़दानी त्रिपुरारी

संतान सप्तमी 2024: जानें क्यों मनाई जाती है संतान सप्तमी और क्या है इस व्रत का शुभ मुहूर्त और महत्व

बात चाहे पति की लम्बी उम्र के लिए हरतालिका तीज और करवा चौथ का व्रत रखने की हो या फिर बच्चों के सुखी जीवन के लिए संतान सप्तमी के व्रत की, सनातन संस्कृति में मातृशक्ति ऐसे कई सारे व्रत धारण किए हुए हैं जो जगत कल्याण का आधार माना जाता है।

श्रीदुर्गाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् (Durga Ashtottara Shatanama Stotram)

दुर्गाअष्टोत्तरशतनामस्तोत्र एक पवित्र हिंदू मंत्र या स्तोत्र है, जिसमें देवी दुर्गा के 108 नामों का वर्णन है। यह स्तोत्र दुर्गा सप्तशती के अंदर आता है और देवी दुर्गा की महिमा और शक्ति का वर्णन करता है।