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ये उत्सव बजरंग बाले का, ये लाल लंगोटे वाले का (Ye Utsav Bajrang Bala Ka Ye Lal Langote Wale Ka)

ये उत्सव बजरंग बाले का,

ये लाल लंगोटे वाले का,

वाह रे बजरंगी क्या कहना,

ऐ राम भक्त तेरा क्या कहना ॥


वो लांघ समुन्दर पार गया,

रावण की लंका जार गया,

लंका को जलाना क्या कहना,

रावण को डराना क्या कहना ॥


संजीवन बूटी लाने को,

लक्ष्मण के प्राण बचाने को,

पर्वत को उठाना क्या कहना,

लक्ष्मण को जिलाना क्या कहना ॥


श्री राम प्रभु को प्यारा है,

अहिरावण को जा मारा है,

ये राम दीवाना क्या कहना,

कहता है जमाना क्या कहना ॥


ये उत्सव बजरंग बाले का,

ये लाल लंगोटे वाले का,

वाह रे बजरंगी क्या कहना,

ऐ राम भक्त तेरा क्या कहना ॥

जबलपुर में काली विराजी है(Jabalpur Mein Kali Viraji Hai)

जबलपुर में काली विराजी है,
तरसे मोरी अंखियां,

हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना (Hari Ji Meri Lagi Lagan Mat Todna)

हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,
लाला* जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

मेरी शेरावाली मां, बदलती तकदीरे (Meri Sherawali Maa Badalti Takdire)

कभी जल्दी जल्दी,
कभी धीरे धीरे,

उलझ मत दिल बहारो में 2 (Ulajh Mat Dil Bharo Me -2)

उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या