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सुनो सुनो हनुमान जी, एक जरुरी काम जी: भजन (Suno Suno Hanuman Ji Ek Jaruri Kaam Ji)

सुनो सुनो हनुमान जी,

एक जरुरी काम जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥


राम प्रभु के दर पे थारो,

रोज ही आनो जानो है,

छोटो है काम म्हारो,

थाने ही पटवानो है,

थारा करा गुणगान जी,

अर्जी पे दो ध्यान जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥


थे हो भगत श्री राम प्रभु का,

और भगत म्हे थारा जी,

राम प्रभु पे बने है बाबा,

थोड़ा हक़ तो म्हारा जी,

मानांगा अहसान जी,

पूरा करो अरमान जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥


स्वारथ की है सारी दुनिया,

बात या म्हारे मतलब की,

कहे ‘पवन’ दरकार म्हाने,

इसीलिए थारी पड़गी,

जद निकले है प्राण जी,

मुक्ति देवे राम जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥


सुनो सुनो हनुमान जी,

एक जरुरी काम जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी,

राम प्रभु से करवा द्यो,

भगता की पहचान जी ॥

बाँधु जिसपे राखी, वो कलाई चाहिए (Bandhu jispe Rakhi wo Kalai chahiye)

बाँधु जिसपे राखी,
वो कलाई चाहिए,

कब है सकट चौथ

हिन्दू धर्म में सकट चौथ का एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान माना गया है। यह मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए करती हैं। इस दिन भगवान गणेश और माता पार्वती की पूजा की होती है।

गाइये गणपति जगवंदन (Gaiye Ganpati Jagvandan)

गाइये गणपति जगवंदन ।
शंकर सुवन भवानी के नंदन ॥

इक दिन वो भोले भंडारी बन करके ब्रज की नारी(Ik Din Vo Bhole Bhandari Banke Braj Ki Nari)

इक दिन वो भोले भंडारी
बन करके ब्रज की नारी,