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ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ (Aisa Darbar Kahan Aisa Datar Kaha)

ऐसा दरबार कहाँ,

ऐसा दातार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥


मुझे अपना बना के,

अहसान कर दिया है,

मुझको गले लगा के,

बाबा सारी दुनिया में,

तेरे जैसा प्यार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥


मेरी नजर के आगे,

हर काम हो रहा है,

तकलीफ मिट गई है,

आराम हो गया है,

बाबा सब काम करे,

यहाँ इनकार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥


सबकी है क्या जरुरत,

बस एक को मना लो,

भक्तो तुम अपना साथी,

भूतनाथ को बना लो,

और किसी की भी,

फिर दरकार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥


ऐसा दरबार कहाँ,

ऐसा दातार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥

प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी (Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani)

दरबार तेरा दरबारों में इक खास एहमियत रखता है
उसको वैसा मिल जाता है जो जैसी नीयत रखता है

एक तमन्ना माँ है मेरी(Ek Tamanna Ma Hai Meri)

एक तमन्ना माँ है मेरी,
दिल में बसा लूँ सूरत तेरी,

कार्तिक माह कब से होगा शुरू

कार्तिक मास का महत्व तो आप इस श्लोक से समझ ही गए होंगे। हिंदू धर्म में कार्तिक मास को सबसे पवित्र महीना माना जाता है।

ममता मई माँ हे जगदम्बे(Mamtamayi Maa Hey Jagdambe)

ममता मई माँ हे जगदम्बे,
मेरे घर भी आ जाओ,

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