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हम तुम्हारे तुम हमारे, बन गए हो सांवरे (Hum Tumhare Tum Hamare Ban Gaye Ho Sanware)

हम तुम्हारे तुम हमारे,

बन गए हो सांवरे,

जान से प्यारे हमें,

जान से प्यारे हमें,

लगने लगे हो सांवरे,

हम तुम्हारें तुम हमारे,

बन गए हो सांवरे ॥


जब से देखा है तुम्हे,

दिल को कोई जंचता नहीं,

लाख समझाया इसे पर,

दिल तेरे बिन लगता नहीं,

इस कदर रग रग में मेरी,

इस कदर रग रग में मेरी,

बस गए हो सांवरे,

हम तुम्हारें तुम हमारे,

बन गए हो सांवरे ॥


बिन तुम्हारे इस जहा में,

और कुछ भाता नहीं,

बिन तुम्हें देखे कन्हैया,

चैन अब आता नहीं,

जाने कैसा जादू मुझ पर,

कर गए हो सांवरे,

हम तुम्हारें तुम हमारे,

बन गए हो सांवरे ॥


लग गई जो प्रीत दिल की,

अब छुड़ाए छूटे ना,

बांधी ऐसी प्रीत तुम संग,

अब कभी ये टूटे ना,

ऐसे मन मंदिर में मेरे,

बस गए हो सांवरे,

हम तुम्हारें तुम हमारे,

बन गए हो सांवरे ॥


हम तुम्हारे तुम हमारे,

बन गए हो सांवरे,

जान से प्यारे हमें,

जान से प्यारे हमें,

लगने लगे हो सांवरे,

हम तुम्हारें तुम हमारे,

बन गए हो सांवरे ॥

नवंबर में इस दिन रखा जाएगा प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत एक महत्वपूर्ण हिंदू व्रत है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह व्रत हर माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। इस दिन भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करते हैं और उनके निमित्त प्रदोष व्रत रखते हैं।

ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की (Na Jee Bhar Ke Dekha Naa Kuch Baat Ki)

ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की,
बड़ी आरजू थी, मुलाकात की ।

होली से पहले आने वाला होलाष्टक क्या है

एक पौराणिक कथा है जिसके अनुसार जब प्रह्लाद भगवान विष्णु की स्तुति गाने के लिए अपने पिता हिरण्यकश्यप के सामने अड़ गए, तो हिरण्यकश्यप ने भगवान हरि के भक्त प्रह्लाद को आठ दिनों तक यातनाएं दीं।

बिल्वाष्टकम् (Bilvashtakam)

त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं, त्रिजन्मपापसंहारं एकबिल्वं शिवार्पणम् ॥1॥