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तेरे कितने है मुझपे एहसान, हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम (Tere Kitne Hai Mujhpe Ehsan Har Ghadi Main Japun Tera Naam)

तेरे कितने है मुझपे एहसान,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


हार के जमाने से मैं,

तेरे दर पे आया था,

सोचा न एक पल तूने,

गले से लगाया था,

संग रहता मेरे हर पल,

सुबह शाम,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


अपना बना के मुझे,

कभी ठुकराना ना,

जी न सकूंगा बाबा,

कभी बिसराना ना,

मेरी धड़कन मेरा जीवन,

तेरे नाम,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥


तेरे कितने है मुझपे एहसान,

हर घडी़ मैं जपूँ तेरा नाम,

श्याम श्याम श्याम बाबा,

श्याम श्याम श्याम ॥

अन्नपूर्णा जयंती पर क्या दान करें

सनातन धर्म में अन्नपूर्णा जयंती का दिन मां अन्नपूर्णा को समर्पित किया है। अन्नपूर्णा जयंती के दिन दान का भी बहुत महत्व होता है। इस दिन दान करना बेहद ही शुभ माना गया है। इस दिन दान पुण्य करने की मान्यता है।

ल्याया थारी चुनड़ी, करियो माँ स्वीकार(Lyaya Thari Chunri Karlyo Maa Swikar)

ल्याया थारी चुनड़ी,
करियो माँ स्वीकार,

नई पुस्तक शुभारंभ पूजा विधि

नई पुस्तक का विमोचन किसी लेखक के लिए एक बेहद खास अवसर होता है। यह न केवल उसकी विद्या और ज्ञान का प्रतीक होता है, बल्कि उसकी मेहनत और समर्पण की भी पहचान होती है।

गणेश जयंती पूजा विधि

सनातन हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान गणेश जी का जन्म माघ महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। इसे श्रीगणेश के अवतरण-दिवस के रूप में मनाया जाता है।