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तू प्यार का सागर है: भजन (Tu Pyar Ka Sagar Hai)

तू प्यार का सागर है,

तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।

लौटा जो दिया तूने,

चले जायेंगे जहां से हम ।

तू प्यार का सागर है..॥


घायल मन का पागल पंछी,

उड़ने को बेकरार ।

पंख हैं कोमल, आँख है धुंदली,

जाना है सागर पार ।

अब तू ही इसे समझा,

राह भूले थे कहाँ से हम ।

तू प्यार का सागर है..॥


इधर झूम के गाए जिन्दगी,

उधर है मौत खड़ी ।

कोई क्या जाने कहाँ है सीमा,

उलझन आन पड़ी ।

कानों में ज़रा कह दे,

कि आएं कौन दिशा से हम ।

तू प्यार का सागर है..॥


तू प्यार का सागर है,

तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।

लौटा जो दिया तूने,

चले जायेंगे जहां से हम ।

तू प्यार का सागर है..॥

जय जय देवा जय गणपति देवा (Jai Jai Deva Jai Ganpati Deva)

जय जय देवा जय गणपति देवा,
माता है गौरी पिता महादेवा,

बुधवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में बुधवार का दिन विशेष रूप से भगवान गणेश को समर्पित है। गणेश जी को विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता माना जाता है, और बुधवार को उनका पूजन विशेष फलदायी माना जाता है।

इष्टि पौराणिक कथा और महत्व

इष्टि, वैदिक काल का एक विशेष प्रकार का यज्ञ है। जो इच्छाओं की पूर्ति और जीवन में शांति लाने के उद्देश्य से किया जाता है। संस्कृत में 'इष्टि' का अर्थ 'यज्ञ' होता है। इसे हवन की तरह ही आयोजित किया जाता है।

बता दो कोई माँ के भवन की राह (Bata Do Koi Maa Ke Bhawan Ki Raah)

बता दो कोई माँ के भवन की राह ॥