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दर्शन की प्यासी नजरिया, मैया लीजे खबरिया ॥
दर्शन कर लो रे भक्तो, मेहंदीपुर धाम का,
डम डम डम डमरू वाला, शिव मेरा भोला भाला,
दादी मैं थारी बेटी हूँ, रखियो मेरी लाज,
दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे ।
भोले शंकर भोले, तुझे पूजे दुनिया सारी रे,
दादी को नाम अनमोल, बोलो जय दादी की,
दादी के दरबार की, महिमा अपरम्पार,
दादी झुंझुनू बुलाए, मेरा मन हर्षाये,
दादी चरणों में तेरे पड़ी, मैया तुझको निहारूं खड़ी,