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दादी झुंझुनू बुलाए, मेरा मन हर्षाये (Dadi Jhunjhunu Bulaye Mera Man Harshaye)

दादी झुंझुनू बुलाए,

मेरा मन हर्षाये,

माँ सब पर प्यार लुटाए,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

दादी ने बुलाया है ॥


झुंझुनू वाली तेरी शान निराली है,

अपने भक्तों की करती रखवाली है,

चलो चले मिल सब प्यार से,

दादी जी के द्वार पे,

चलो धोक लगाएं,

चलो दर्शन पाए,

माँ सब पर प्यार लुटाए,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

दादी ने बुलाया है ॥


सिर पर चुनर तारों वाली सोहे हैं,

दमदम मुखड़ा सबके मन को मोहे हैं,

गल मोतियन के हार हैं,

पग पायल की झंकार है,

माथे बिंदिया लगाए,

हाथ चुड़ा सजाए,

माँ सब पर प्यार लुटाए,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

दादी ने बुलाया है ॥


दादी झुंझुनू बुलाए,

मेरा मन हर्षाये,

माँ सब पर प्यार लुटाए,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

संदेशा आया है,

दादी ने बुलाया है ॥


करें भगत हो आरती माई दोई बिरियां

सदा भवानी दाहनी।
सदा भवानी दाहनी, सम्मुख रहें गणेश।
पांच देव रक्षा करें,
ब्रह्मा, विष्णु, महेश।

ओ पवन पुत्र हनुमान (Oh Pawan Putra Hanuman)

पवन तनय संकट हरण,
मंगल मूर्ति रूप,

अहोई अष्टमी का महत्व और मुहूर्त

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है। यह व्रत माताओं के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस दिन माताएं अपने पुत्रों की कुशलता और उज्ज्वल भविष्य की कामना के लिए निर्जला व्रत करती हैं।

दिसंबर माह के व्रत, त्योहार

दिसंबर माह वर्ष का अंतिम महीना होने के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। इस महीने मार्गशीर्ष और पौष के कई व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।

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