नवीनतम लेख

दादी को नाम अनमोल, बोलो जय दादी की (Dadi Ko Naam Anmol Bolo Jay Dadi Ki )

दादी को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की,

मैया को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


गंगा भी बोले दादी,

यमुना भी बोले दादी,

गंगा भी बोले दादी,

यमुना भी बोले दादी,

सरयू की धार से आवाज आए,

जय दादी की,

दादीं को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


धरती भी बोले दादी,

अम्बर भी बोले दादी,

धरती भी बोले दादी,

अम्बर भी बोले दादी,

झुंझनू के कण कण से आवाज आए,

जय दादी की,

दादीं को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


ब्रम्हा भी बोले दादी,

विष्णु भी बोले दादी,

ब्रम्हा भी बोले दादी,

विष्णु भी बोले दादी,

शंकर के डमरू से आवाज आए,

जय दादी की,

दादीं को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


सूरज भी बोले दादी,

चंदा भी बोले दादी,

सूरज भी बोले दादी,

चंदा भी बोले दादी,

तारों के मंडल से आवाज आए,

जय दादी की,

दादीं को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


दादी को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की,

मैया को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥

16 सोमवार व्रत कथा (16 Somavaar Vrat Katha)

एक समय श्री महादेवजी पार्वती के साथ भ्रमण करते हुए मृत्युलोक में अमरावती नगरी में आए। वहां के राजा ने शिव मंदिर बनवाया था, जो कि अत्यंत भव्य एवं रमणीक तथा मन को शांति पहुंचाने वाला था। भ्रमण करते सम शिव-पार्वती भी वहां ठहर गए।

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे(Dimik Dimik Damru Kar Baje)

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे,
प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,

ओ मईया तैने का ठानी मन में (O Maiya Tene Ka Thani Man Me)

ओ मईया तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,

जय श्री राम, हंसराज रघुवंशी द्वारा (Jai Shree Ram By Hansraj Raghuwanshi)

रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम

यह भी जाने