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दादी को नाम अनमोल, बोलो जय दादी की (Dadi Ko Naam Anmol Bolo Jay Dadi Ki )

दादी को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की,

मैया को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


गंगा भी बोले दादी,

यमुना भी बोले दादी,

गंगा भी बोले दादी,

यमुना भी बोले दादी,

सरयू की धार से आवाज आए,

जय दादी की,

दादीं को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


धरती भी बोले दादी,

अम्बर भी बोले दादी,

धरती भी बोले दादी,

अम्बर भी बोले दादी,

झुंझनू के कण कण से आवाज आए,

जय दादी की,

दादीं को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


ब्रम्हा भी बोले दादी,

विष्णु भी बोले दादी,

ब्रम्हा भी बोले दादी,

विष्णु भी बोले दादी,

शंकर के डमरू से आवाज आए,

जय दादी की,

दादीं को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


सूरज भी बोले दादी,

चंदा भी बोले दादी,

सूरज भी बोले दादी,

चंदा भी बोले दादी,

तारों के मंडल से आवाज आए,

जय दादी की,

दादीं को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥


दादी को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की,

मैया को नाम अनमोल,

बोलो जय दादी की ॥

मेरी मैया जी कर दो नज़र(Meri Maiya Ji Kardo Nazar)

मेरी मैया जी कर दो नज़र,
ज़िन्दगी मेरी जाए संवर,

आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में - भजन (Aaj Hai Anand Baba Nand Ke Bhawan Mein)

आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में,
ऐसा ना आनंद छाया कभी त्रिभुवन में,

अथार्गलास्तोत्रम् (Athargala Stotram)

पवित्र ग्रंथ दुर्गा सप्तशती में देवी अर्गला का पाठ देवी कवचम् के बाद और कीलकम् से पहले किया जाता है। अर्गला को शक्ति के रूप में व्यक्त किया जाता है और यह चण्डी पाठ का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।

समुद्र मंथन और धनवंतरी की कहानी: धनतेरस व्रत कथा (Samudra Manthan aur Dhanvantari ki kahani)

प्राचीन कल की बात हैं दुर्वासा ऋषि के शाप के कारण सभी देवता भगवान विष्णु के साथ शक्तिहीन हो गए थे और साथ ही असुरो की शक्ति भी बढ़ गई थी।

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