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आ रही है पालकी, भोलेनाथ शम्भू महाकाल की,
अब दया करो हे भोलेनाथ, मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
आयो सावणियो, दादी जी म्हारी,
आयो नंदगांव से होली खेलन नटवर नंद किशोर । आयो नंदगांव से होली खेलन नटवर नंद किशोर ।
आयो फागण को त्यौहार, नाचे ठुमक ठुमक दातार,
आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार, सारा जग लागे आज काशी हरिद्वार,
आई सिंघ पे सवार, मईया ओढ़े चुनरी,
आ लौट के आजा हनुमान, तुम्हे श्री राम बुलाते हैं ।
आ जाओ अम्बे मैया, मेरे मकान में,
आ दरश दिखा दे मेरी माँ, तुझे तेरे लाल बुलाते है,