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अब दया करो हे भोलेनाथ (Ab Daya Karo He Bholenath)

अब दया करो हे भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

मेरे सर पर रख दो अपना हाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

अब दया करो हें भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥


तेरे चरणों में हो मेरा माथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

अब दया करो हें भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥


तेरे द्वार खड़े है रख ले लाज,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

अब दया करो हें भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥


मैं तो झूम झूम के नाचूं आज,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

अब दया करो हें भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥


जपू हर हर भोले दिन और रात,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

अब दया करो हें भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥


मेरे मन में बसे हो भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

अब दया करो हें भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥


अब दया करो हे भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

मेरे सर पर रख दो अपना हाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में,

अब दया करो हें भोलेनाथ,

मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥

यशोदा जयंती व्रत यम-नियम

सनातन हिंदू धर्म में, यशोदा जयंती का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन व्रत के साथ माता यशोदा और भगवान श्री कृष्ण के पूजन का भी विधान है। इस पर्व पर शुद्ध भाव से पूजा-पाठ, व्रत और सेवा करने से माता यशोदा और भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।

माघ गुप्त नवरात्रि की पूजन विधि

माघ और आषाढ़ नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। 2025 की पहली गुप्त नवरात्रि माघ महीने में 30 जनवरी से श्रवण नक्षत्र और जयद योग में प्रारंभ होगी।

लाली लाली लाल चुनरियाँ (Laali Laali Laal Chunariya)

लाली लाली लाल चुनरियाँ,
कैसे ना माँ को भाए ॥

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