नवीनतम लेख

आ रही है पालकी (Aa Rahi Hai Palki)

आ रही है पालकी,

भोलेनाथ शम्भू महाकाल की,

हार फूल धूप बत्ती,

हाथ में है थाल प्रसाद,

शम्भू महाकाल की,

आ रही हैं पालकी,

भोलेनाथ शम्भू महाकाल की ॥


हाथी घोड़े आगे बाजे बैंड बाजे,

देखी झांकी कमाल की,

कोई भूत कोई भोले,

आते जाते हर एक बोले,

जय शम्भू महाकाल की,

साँस चढती आस बढ़ती,

दर्शनों की ललक,

शंभू महाकाल की,

आ जाये सुकून धडकनौ को,

जो दिखे सवारी की झलक,

शम्भू महाकाल की ॥


दुख घटेंगैं सुख बढ़ेंगे,

अपने भक्तों के भरेंगे घाव,

महाकाल जी,

किरपा की तिरपाल रहती,

हैं ये पूरे साल सर पर,

महाकाल की,

जितनी नजर मिले,

उतनी मिले नजर,

महाकाल की,

करम है भरम है,

जीवन में भरे रंग है,

इक नजर मेरे महाकाल की ॥


आ रही है पालकी,

भोलेनाथ शम्भू महाकाल की,

हार फूल धूप बत्ती,

हाथ में है थाल प्रसाद,

शम्भू महाकाल की,

आ रही हैं पालकी,

भोलेनाथ शम्भू महाकाल की ॥


ओ मेरे गोपाल कन्हैया, मोहन मुरली वाले (O Mere Gopal Kanhaiya Mohan Murliwale)

ओ मेरे गोपाल कन्हैया,
मोहन मुरली वाले,

फरवरी 2025 पहला प्रदोष व्रत

साल 2025 के फरवरी माह में प्रदोष व्रत से लेकर महाशिवरात्रि जैसे बड़े पर्व हैं। इसलिए, यह महीना भोलेनाथ और माता पार्वती की कृपा के लिए बेहद शुभ है।

शिव ही बसे है कण कण में (Shiv Hi Base Hai Kan Kan Mein)

शिव ही बसे है कण कण में,
केदार हो या काशी,

बोल पिंजरे का तोता राम (Bol Pinjare Ka Tota Ram)

बोल पिंजरे का तोता राम,
हरे राम राधेश्याम सियाराम रे,

यह भी जाने