नवीनतम लेख

टूटी झोपड़िया मेरी माँ (Tuti Jhupdiya Meri Maa Garib Ghar Aajana)

टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।

बड़े बड़े लोग मैया जागरण कराये

मैं कीर्तन करवाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया चोला चढ़ाये

मैं चुनरी चड़ाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया हार पहनाये

मैं फुल्लो की माला पहनाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया पायल पहनाये

मैं बिछुए पहनाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया मेवा खिलाये

मैं हलवा खिलाऊ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया लंगर लगावे

मै कन्या जिमाऊं मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


बड़े बड़े लोग मैया गाड़िया में आएँ

मै पैदल आऊँ मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।


टूटी झोपड़िया मेरी माँ,

गरीब घर आ जाना ।

धारा तो बह रही है (Dhara Too Beh Rahi Hai)

धारा तो बह रही है,
श्री राधा नाम की,

आते हैं हर साल नवराते माता के

हो, चैत महीना और अश्विन में, ओ..
चैत महीना और अश्विन में, आते मां के नवराते।
मुंह मांगा वर उनको मिलता, जो दर पे चलके आते।

साल का सबसे शुभ दिन कार्तिक पूर्णिमा

हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का दिन अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। इस दिन का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है और इसे पूजा, पाठ और दान के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है।

सामा चकेवा की कहानी

सामा-चकेवा पर्व एक महत्वपूर्ण लोक-परंपरा है जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते और समाज में सत्य और प्रेम की अहमियत को दर्शाता है।

यह भी जाने