नवीनतम लेख

मैय्या तेरी जय जयकार (Maiya Teri Jai Jaikaar)

तेरी गोद में सर है, मैय्या

अब मुझको क्या डर है, मैय्या

तेरी गोद में सर है, मैय्या

अब मुझको क्या डर है, मैय्या

दुनिया नज़रें फेरे तो फेरे

दुनिया नज़रें फेरे तो फेरे

मुझ पे तेरी नज़र है, मैय्या


तेरी गोद में सर है मैय्या,

अब मुझको क्या दर है मैय्या


मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार


तेरा दरस यहाँ भी है

तेरा दरस वहाँ भी है

तेरा दरस यहाँ भी है

तेरा दरस वहाँ भी है


हर दुख से लड़ने को, मैय्या

तेरा एक जयकारा काफ़ी है, काफ़ी है


मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार

दिल में लगा तेरा दरबार

मैय्या, तेरी जय-जयकार


मैं संतान, तू माता

तू मेरी जीवन दाता

मैं संतान, तू माता

तू मेरी जीवन दाता


जग में सबसे गहरा, मैय्या

तेरा और मेरा है नाता, है नाता


मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार


हो, तेरी गोद में सर है, मैय्या

अब मुझको क्या डर है, मैय्या

दुनिया नज़रें फेरे तो फेरे

दुनिया नज़रें फेरे तो फेरे

मुझ पे तेरी नज़र है, मैय्या


तेरी गोद में सर है, मैय्या

अब मुझको क्या डर है, मैय्या


मैय्या, तेरी जय-जयकार

ओ, मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार

ओ, मैय्या, तेरी जय-जयकार


मैय्या, तेरी जय-जयकार

ओ, मैय्या, तेरी जय-जयकार

मैय्या, तेरी जय-जयकार

ओ, मैय्या, तेरी जय-जयकार

चैत्र नवरात्रि पूजा नियम

चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म के पावन त्योहारों में से एक है। यह त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है - चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि। इस दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उनके नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा की जाती है। पूजा के दौरान कुछ नियमों का भी पालन करना होता है।

आओ राम भक्त हनुमान, हमारे घर कीर्तन में (Aao Ram Bhakt Hanuman, Hamare Ghar Kirtan Mein)

आओ राम भक्त हनुमान,
हमारे घर कीर्तन में,

भजन बिना चैन ना आये राम (Bhajan Bina Chain Na Aaye Ram)

बैठ के तु पिंजरे में,
पंछी काहे को मुसकाय,

कान छेदने के मुहूर्त

हिंदू धर्म में मानव जीवन में कुल 16 संस्कारों का बहुत अधिक महत्व है इन संस्कारों में नौवां संस्कार कर्णवेध या कान छेदने का संस्कार।