नवीनतम लेख

पकड़ लो हाथ बनवारी (Pakad Lo Hath Banwari)

पकड़ लो हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे,

हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,

तुम्हारी लाज जाएगी,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


धरी है पाप की गठरी,

हमारे सर पे ये भारी,

वजन पापो का है भारी,

इसे कैसे उठाऐंगे,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


तुम्हारे ही भरोसे पर,

जमाना छोड़ बैठे है,

जमाने की तरफ देखो,

इसे कैसे निभाएंगे,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


दर्दे दिल की कहे किससे,

सहारा ना कोई देगा,

सुनोगे आप ही मोहन,

और किसको सुनाऐंगे,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


फसी है भवँर में नैया,

प्रभु अब डूब जाएगी,

खिवैया आप बन जाओ,

तो बेड़ा पार हो जाये,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥


पकड़ लो हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे,

हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,

तुम्हारी लाज जाएगी,

पकड़ लों हाथ बनवारी,

नहीं तो डूब जाएंगे ॥

भोले दी बरात - भजन (Bhole Di Baraat)

भोले दी बरात चढ़ी,
गज वज के,

भगवान शिव क्यों बने थे भिखारी

संसार के सभी जीव-जंतु जीवित रहने हेतु भोजन पर निर्भर रहते हैं। सनातन हिंदू धर्म में देवी अन्नपूर्णा को अन्न के भंडार और इसकी पूर्ति करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। देवी अन्नपूर्णा की पूजा के पीछे एक पौराणिक कथा है।

मासिक शिवरात्रि के दिन यह भोग लगाएं

मासिक शिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित विशेष पर्व है, जो हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन श्रद्धालु विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं।

शमसानो के वासी हो, भूतों का है साथ(Shamshano Ke Vasi Ho Bhuto Ka Hai Sath)

शमसानो के वासी हो,
भूतों का है साथ,