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परदेस जा रहे हो, कैसे जियेंगे हम (Parades Ja Rahe Ho, Kaise Jiyenge Hum)

परदेस जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम,

कैसे जियेंगे हम कन्हैया,

कैसे जियेंगे हम,

दिल लेके जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम ॥


नैना बने हो आप ही,

काजल बने थे हम,

जब नैना ही बंद होंगे,

जब नैना ही बंद होंगे,

कैसे जियेंगे हम,

परदेस जा रहे हों,

कैसे जियेंगे हम ॥


मूरत बने थे आप ही,

मंदिर बने थे हम,

जब मंदिर ही बंद होंगे,

जब मंदिर ही बंद होंगे,

कैसे जियेंगे हम,

दिल लेके जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम ॥


चंदा बने थे आप ही,

चकवी बने थे हम,

जब चंदा ही ना रहा तो,

जब चंदा ही ना रहा तो,

कैसे जियेंगे हम,

दिल लेके जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम ॥


ऐसी क्या भूल हो गई,

मुझसे मेरे प्रीतम,

जब साँसे ना रही तो,

जब साँसे ना रही तो,

कैसे जियेंगे हम,

परदेस जा रहे हों,

कैसे जियेंगे हम ॥


कैसी है प्रीति तेरी,

कैसी सजा दिया है,

जब प्राण ना रहे तो,

जब प्राण ना रहे तो,

कैसे जियेंगे हम,

परदेस जा रहे हों,

कैसे जियेंगे हम ॥


परदेस जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम,

कैसे जियेंगे हम कन्हैया,

कैसे जियेंगे हम,

दिल लेके जा रहे हो,

कैसे जियेंगे हम ॥

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान(Milta Hai Sachha Sukh Keval Bhagwan Tere Charno Me)

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान् तुम्हारे चरणों में ।
यह विनती है पल पल छिन की, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥

हे कृष्ण गोपाल हरि हे दीन दयाल हरि (Hey Krishna Gopal Hari He Deen Dayal Hari)

हे कृष्ण गोपाल हरि,
हे दीन दयाल हरि,

काल भैरव की कथा

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। इस दिन तंत्र-मंत्र के देवता काल भैरव की पूजा की जाती है, जो भगवान शिव के रौद्र रूप हैं।

विवाह पंचमी के दिन क्या करें, क्या न करें?

विवाह पंचमी भगवान राम और माता सीता के विवाह का ऐसा पावन अवसर है, जिसे हिंदू धर्म के लोग हर्षोल्लास के साथ मनाते है।