नवीनतम लेख

तन रंगा मेरा मन रंगा (Tan Ranga Mera Mann Ranga)

तन रंगा मेरा मन रंगा,

इस रंग में अंग अंग रंगा,

सीता जी के रंग में,

राम जी रंग में,

राधेश्याम जी रंग में,

तन रंगा मेंरा मन रंगा,

इस रंग में अंग अंग रंगा ॥


ओढ़ी है जबसे मैंने प्रेम की चुनरिया,

सीताराम रटते रटते बीते री उमरिया,

राधेश्याम रटते रटते बीते री उमरिया,

राम के सिवा ना कोई,

श्याम के सिवा ना कोई,

सूझे रे डगरिया,

तन रंगा मेंरा मन रंगा,

इस रंग में अंग अंग रंगा ॥


बांह पकड़ के मेरी दे दे सहारा,

राम प्रभु जी मैंने तुझको पुकारा,

श्याम प्रभु जी मैंने तुझको पुकारा,

तेरी दया से मिले,

तेरी कृपा से मिले,

सबको किनारा,

तन रंगा मेंरा मन रंगा,

इस रंग में अंग अंग रंगा ॥


पाऊं कहाँ मैं तुझको कुछ तो बता दे,

जनम मरण से तू मुझको बचा ले,

खुद को किया रे मैंने तेरे हवाले,

तेरा ही रूप हूँ मैं,

मेरा ही रूप है तू,

खुद में छिपा ले,

तन रंगा मेंरा मन रंगा,

इस रंग में अंग अंग रंगा ॥


तेरी शरण में आया और कहाँ जाऊं,

तुझसे ही बिछड़ा हूँ मैं तुझमे समाऊँ,

चरणों में धाम चारों यहीं सर झुकाऊं,

यही मुझे जीना प्रभु जी,

यही मुझे जीना प्रभु जी,

यही मर जाऊं,

तन रंगा मेंरा मन रंगा,

इस रंग में अंग अंग रंगा ॥


तन रंगा मेरा मन रंगा,

इस रंग में अंग अंग रंगा,

सीता जी के रंग में,

राम जी रंग में,

राधेश्याम जी रंग में,

तन रंगा मेंरा मन रंगा,

इस रंग में अंग अंग रंगा ॥

गुप्त नवरात्रि 12 राशियों पर प्रभाव

साल में आने वाली चारों नवरात्रि का सनातन धर्म के लोगों के लिए खास महत्व है। 30 जनवरी से माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। जिसका समापन अगले महीने 7 फरवरी 2025 को होगा।

माँ! मुझे तेरी जरूरत है(Maa! Mujhe Teri Jarurat Hai)

माँ ! मुझे तेरी जरूरत है ।
कब डालोगी, मेरे घर फेरा

पहली बार गणगौर व्रत कैसे करें

गणगौर व्रत हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। यह व्रत मुख्य रूप से भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है, इसे विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करती हैं।

धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है (Dhul Lo Paanv Raghav Ji Agar Jo Paar Jana Hai)

धुला लो पाँव राघव जी,
अगर जो पार जाना है,