नवीनतम लेख

तू शब्दों का दास रे जोगी - भजन (Tu Sabdon Ka Das Re Jogi)

॥ दोहा ॥

सबदा मारा मर गया,

सबदा छोडियो राज ।

जिन जिन सबद विचारिया,

वा रा सरिया काज ।


॥ तू शब्दों का दास रे जोगी ॥

तू शबदों का दास रे जोगी,

तेरा क्या विश्वास रे जोगी ।

तू शब्दों का दास रे जोगी ।


राम नहीं तू बन पायेगा,

क्यूं लेता वनवास रे जोगी ॥


तू शबदों का दास रे जोगी,

तेरा क्या विश्वास रे जोगी ।

तू शब्दों का दास रे जोगी ।


ये सांसों का बन्दी जीवन,

इसको आया रास रे जोगी ॥


तू शबदों का दास रे जोगी,

तेरा क्या विश्वास रे जोगी ।

तू शब्दों का दास रे जोगी ।


देखना इतना ऊपर जाओ,

ऊँचा है आकाश रे जोगी ।


तू शबदों का दास रे जोगी,

तेरा क्या विश्वास रे जोगी ।

तू शब्दों का दास रे जोगी ।


एक दिन विष का प्याला पीजा,

फिर ना लगेगी प्यास रे जोगी ।


तू शबदों का दास रे जोगी,

तेरा क्या विश्वास रे जोगी ।

तू शब्दों का दास रे जोगी ।


भर आई थी मन कीआँखें,

बह रही हर एक आस रे जोगी ॥


तू शबदों का दास रे जोगी,

तेरा क्या विश्वास रे जोगी ।

तू शब्दों का दास रे जोगी ।

सरस्वती अमृतवाणी (Saraswati Amritwani)

सुरमय वीणा धारिणी,
सरस्वती कला निधान,

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल (Choti Choti Gaiyan Chote Chote Gwal)

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥

किसे नहीं देखना चाहिए होलिका दहन

होली का त्योहार जितना रंगों और उमंग से भरा होता है, उतनी ही महत्वपूर्ण इससे जुड़ी धार्मिक परंपराएं भी हैं। होलिका दहन एक पौराणिक परंपरा है, जो बुराई के अंत और अच्छाई की जीत का प्रतीक मानी जाती है।

पुत्रदा एकादशी 2025

पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा या वैकुंठ एकादशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन पुत्र या संतान प्राप्ति के लिए उपाय करने से सफलता मिलती है। मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।