नवीनतम लेख

तू साँची है भवानी माँ, तेरा दरबार साँचा है: भजन (Tu Sanchi Hai Bhawani Maa Tera Darbar Sancha Hai)

तू साँची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है,

टिका जिसपे जगत सारा,

तेरा माँ प्यार साँचा है ॥


तेरे मंदिर में जो आते,

कभी खाली नही जाते,

मुरादे मन की वो पाते,

तेरा उपकार साँचा है,

तू सांची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है ॥


तेरी मैं राह निहारु माँ,

सभी कुछ तुझपे वारु माँ,

ये जीवन मैं सवारुँ माँ,

तेरा उजियार साँचा है,

तू सांची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है ॥


अटल विश्वास नैनो में,

दरश की प्यास नैनो में,

है यही आस नैनो में,

माँ तेरा आधार साँचा है,

तू सांची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है ॥


भाग्य सोया जगादो माँ,

भजन में भी लगा दो माँ,

कष्ट भूलन भगादो माँ,

तेरा प्रचार साँचा है,

तू सांची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है ॥


तू साँची है भवानी माँ,

तेरा दरबार साँचा है,

टिका जिसपे जगत सारा,

तेरा माँ प्यार साँचा है ॥

विवाह पंचमी के उपाय क्या हैं

हिंदू कैलेंडर के हिसाब से विवाह पंचमी का पर्व मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाई जाती है। इस दिन प्रभु श्रीराम और माता सीता की विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करने का विधान है। वहीं इस साल विवाह पंचमी 06 दिसंबर शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी।

माघ गुप्त नवरात्रि कवच पाठ

हिंदू धर्म में नवरात्रि का त्योहार देवी माँ के विभिन्न रूपों की पूजा करने हेतु मनाया जाता है। यहां, नवरात्रि शब्द में 'नव' का अर्थ नौ और 'रात्रि' का अर्थ है रातें। इन नौ रातों में देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। हालांकि, 4 नवरात्रियों में से एक माघी नवरात्रि गृहस्थ लोगों के लिए नहीं होती है।

मंदिर बनेगा धीरे धीरे: रामजी भजन (Ramji Ka Mandir Banega Dheere Dheere)

रामजी का मंदिर बनेगा धीरे धीरे
सरयू के तीरे, सरयू के तीरे

भगवान श्रीकृष्ण की पूजा विधि

श्रीकृष्ण पूजन हिन्दू धर्म की एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसमें भक्ति और पवित्रता का संगम होता है। इसे विशेषकर जन्माष्टमी या किसी शुभ अवसर पर किया जाता है।