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26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है। यह दिन महाकुंभ का अंतिम स्नान और महाशिवरात्रि का पावन पर्व भी है, जिससे आस्था का यह संगम और भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पहले से ही अनुमान लगाया जा सकता है कि ट्रेनों और सड़कों पर भारी भीड़ और अव्यवस्था देखने को मिलेगी। ऐसे में प्रशासन के लिए भीड़ को नियंत्रित करना बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि श्रद्धालुओं की भीड़ इस दिन चरम पर होगी। जो लोग अब तक महाकुंभ नहीं जा पाए हैं, वे भी इस दिन पहुंचने की योजना बना रहे होंगे। स्थानीय लोग भी इस दिन स्नान करने अवश्य जाएंगे। यदि आप महाकुंभ के अंतिम स्नान के लिए जा रहे हैं, तो कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो।
प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की तैयारी चल रही है। प्रमुख रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने की भी योजना है। जिस प्रकार की परेशानी लोगों को इस समय हो रही है, उससे आप समझ सकते हैं कि महाशिवरात्रि के दौरान प्रयागराज जाने वाले मार्ग पर कितनी भीड़ होगी। ट्रेनें भी भक्तों से खचाखच भरी रहेंगी, ऐसे में उस समय ट्रेनें विलंब से चल सकती हैं और सड़कों पर भी आपको लंबा जाम देखने को मिलेगा। इसलिए यदि आप दूसरे शहर से महाकुंभ आने की योजना बना रहे हैं तो अतिरिक्त समय लेकर चलें। कार्यालय से छुट्टी लेकर जा रहे लोगों को एक दिन की अतिरिक्त छुट्टी लेनी चाहिए, क्योंकि महाशिवरात्रि के अवसर पर आप समय से वापस नहीं आ पाएंगे।
आप जहां से भी आ रहे हैं, आपकी ट्रेन प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकेगी। ऐसे में आपको एक या दो स्टेशन पहले उतरकर दूसरा साधन लेना पड़ेगा। दूसरा साधन लेने और प्रयागराज तक पहुंचने में आपको घंटों लग जाएंगे, क्योंकि सड़कों पर लंबा जाम देखने को मिलेगा।
यदि आप बुजुर्गों के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो आपको यह जानना चाहिए कि घाट तक जाने के लिए कोई भी वाहन नहीं मिलेगा। इस दिन अधिक भीड़ होने के कारण संभव है कि आपको 10 से 12 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़े। प्रशासन द्वारा इस दिन वाहनों को घाट के आस-पास कई किलोमीटर की दूरी पर ही रोक दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में पैदल चलने में आपको कठिनाई होगी।
पूरे कुंभ क्षेत्र में घाट बनाए गए हैं। हालांकि कई श्रद्धालु संगम नोज पर जाने का प्रयास करते हैं, जिससे वहां अधिक भीड़ हो सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि लोग संगम नोज पर जाने से बचें। संगम में स्नान का दबाव अधिक है। संगम नोज पर स्नान आवश्यक नहीं है। कुंभ मेला परिसर में बने अन्य घाटों पर श्रद्धालु आराम से स्नान कर सकते हैं। श्रद्धालुओं को अपने निकटवर्ती घाटों पर ही पवित्र स्नान करना चाहिए।
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