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कहा प्रभु से बिगड़ता क्या, मेरी बिगड़ी बनाने में
कन्हैया से नज़रे, मिला के तो देखो,
एक तू ही मेरा जग बेगाना, कन्हैया मेरी लाज रखना,
कहकर तो देख माँ से, दुःख दर्द तेरे दिल के,
कदम कदम पर रक्षा करता, घर घर करे उजाला उजाला,
कन्हैया हर घडी मुझको, तुम्हारी याद आती है,
कभी तो मेरे घर आना, मोरी शारदा भवानी,
कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना ॥
कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, ,br> बाद अमृत पिलाने से क्या फायदा,
खाटू वाले श्याम हमारे, भक्तों के तू काज संवारे,