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कभी भूलू ना कभी भूलू ना कभी भूलू ना याद तुम्हारी
कन्हैया हर घडी मुझको, तुम्हारी याद आती है,
कन्हैया ले चल परली पार, साँवरिया ले चल परली पार,
कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे, लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।
अपने भगत की, आँख में आँसू,
केवट ने कहा रघुराई से, उतराई ना लूंगा हे भगवन,
कान्हा तेरी मुरली की, जो धुन बज जाए,
केवट राम का भक्त है दोनों चरणों को धोना पड़ेगा,
कान्हा तेरी कबसे, बाट निहारूं,
कान्हा रे थोडा सा प्यार दे, चरणो मे बैठा के तार दे,