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बाबा मेहंदीपुर वाले, अंजनी सूत राम दुलारे,
बाबा महाकाल तेरा, सारा जग दीवाना है,
बाबा करले तू इत्थे भी नजर, भगत कोई रोता होवेगा,
बाबा का दरबार सुहाना लगता है, भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी भिखरिया, अहाँ के दुअरिया ना,
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे, कोई सोना की जो होती,
बाल गोपाला, बाल गोपाला, प्यारे मुरारी मोरे नन्द लाला ।
अयोध्यावासी राम दशरथ नंदन राम
खुशी सबको मिली भारी, अवध में राम आये है,
बेला अमृत गया, आलसी सो रहा बन आभागा,