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बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी भिखरिया (Baba Baijnath Hum Aael Chhi Bhikhariya)

बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी भिखरिया,

अहाँ के दुअरिया ना,

बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी,

भिखरिया अहाँ के दुअरिया ना ॥


अइलों बड़ बड़ आस लगायल,

होहियो हमरा पर सहाय,

अइलों बड़ बड़ आस लगायल,

होहियो हमरा पर सहाय,

एक बेरी फेरी दियौ,

हो एक बेरी फेरी दियौ,

गरीब पर नजरिया,

अहाँ के दुअरिआ ना ॥


हम बाघम्बर झारी ओछायब,

डोरी डमरू के सरियाएब,

हम बाघम्बर झारी ओछायब,

डोरी डमरू के सरियाएब,

कखनो झारी बुहराब,

हो कखनो झारी बुहराब,

बसहा के डगरिया,

अहाँ के दुअरिया ना ॥


हम गंगाजल भरी भरी लायब,

बाबा बैजू के चढ़ायब,

हम गंगाजल भरी भरी लायब,

बाबा बैजू के चढ़ायब,

बेलपत चन्दन हो बेलपत चन्दन,

चढ़ायब फूल केसरिया,

अहाँ के दुअरिया ना ॥


कतेक अधम के अहाँ तारलों,

कतेक पतित के उबारलों,

कतेक अधम के अहाँ तारलों,

कतेक पतित के उबारलों,

बाबा एक बेर फेरी दियौ,

हमरो पर नजरिया, अहाँ के दुअरिया ना,

बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी,

भिखरिया अहाँ के दुअरिया ना ॥

रंग पंचमी कैसे मनाई जाती है

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चन्दन चौक पुरावा,
मंगल कलश सजावा,

माँ का है जगराता, माँ को आज मनाएंगे(Maa Ka Hai Jagrata Maa Ko Aaj Manayenge)

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