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भजन करो मित्र मिला आश्रम नरतन का (Bhajan Karo Mitra Mila Ashram Nartan Ka)

बैठ के तु पिंजरे में,

पंछी काहे को मुसकाय,

हम सब है इस जग में कैदी,

तु ये समझ ना पाय ॥


भजन बिना चैन ना आये राम,

कोई ना जाने कब हो जाये,

इस जीवन की शाम ॥

बोलो राम राम राम ॥


मोह-माया की आस तो पगले,

होगी कभी ना पूरी,

करते-करते भजन प्रभु का,

मिट जायेगी दूरी,

हम दूरी के साथ-साथ लो,

सब ही प्रभु का नाम,

भजन बिना चैन ना आये राम ॥


बोलो राम राम राम ॥

बोलो राम राम राम ॥


भजन है अमृत रस का प्याला,

शाम सवेरे पीना,

इसको पीकर सारा जीवन,

मस्ती में तू जीना

भक्ति कर तो बन जायेंगे,

अपने बिगड़े काम,

भजन बिना चैन ना आये राम ॥


बोलो राम राम राम ॥

बोलो राम राम राम ॥


भजन बिना चैन ना आये राम,

कोई ना जाने कब हो जाये,

इस जीवन की शाम ॥

बोलो राम राम राम ॥

बोलो राम राम राम ॥

तिरुमला वैकुंठ द्वार

वैकुंठ एकादशी 10 से 19 जनवरी 2025 तक मनाई जाएगी, इस दौरान लाखों लोग तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते हैं।

मै चाहूं सदा दर तेरे आना (Main Chahu Sada Dar Tere Aana)

मैं चाहूँ सदा दर तेरे आना,
तू यूँ ही बुलाना दातिए,

राम भजन - सीताराम सीताराम जपा कर (Sita Ram Japa Kar)

सीताराम सीताराम जपाकर
राम राम राम राम रटा कर

सात्विक मंत्र क्यों पढ़ने चाहिए?

'मंत्र' का अर्थ है मन को एकाग्र करने और अनावश्यक विचारों से मुक्त करने का एक सरल उपाय। आज की तेज़ भागदौड़ भरी ज़िंदगी में मानसिक शांति प्राप्त करना अत्यंत कठिन हो गया है।

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