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कितने दिनों के बाद है आई, भक्तो रात (Kitne Dino Ke Baad Hai Aayi Bhakto Raat)

कितने दिनों के बाद है आई,

भक्तो रात भजन की,

अब आ भी जा माँ,

आस लगाई आई,

भक्तो रात भजन की ॥


सूरज चाँद सितारे हरदम,

तेरा माँ गुण गाते,

दूर दूर से भक्त माँ तेरे,

दर्शन पाने आते,

तेरे चरणों में माँ,

ज्योत जलाई आई,

भक्तो रात भजन की,

कितने दिनो के बाद है आई,

भक्तो रात भजन की ॥


दुखियों का दुःख दूर करे माँ,

दुष्टों का संहार करे,

जो माँ को श्रद्धा से ध्याये,

माँ उसका उद्धार करे,

सच कहती हूँ है ये,

ममता की माई आई,

भक्तो रात भजन की,

कितने दिनो के बाद है आई,

भक्तो रात भजन की ॥


इस जग में सबकुछ है पराया,

झूठी है सब माया,

धूल जाते है पाप सभी जब,

माँ का दर्शन पाया,

बस दर्शन पाले तेरा,

शेरावाली माई आई,

भक्तो रात भजन की,

कितने दिनो के बाद है आई,

भक्तो रात भजन की ॥


कितने दिनों के बाद है आई,

भक्तो रात भजन की,

अब आ भी जा माँ,

आस लगाई आई,

भक्तो रात भजन की ॥

कालाष्टमी पर क्या दान करें?

वैदिक पंचांग के अनुसार, हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यानी 2024 के नवंबर माह में ये तिथि 22 तारीख को पड़ रही है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव की विधिपूर्वक पूजा की जाती है, जो तंत्र-मंत्र साधकों के लिए विशेष महत्व रखती है।

छठ पूजा: आदितमल के पक्की रे सड़कीया - छठ गीत (Aaditamal Ke Pakki Re Sadkiya)

आदितमल के पक्की रे सड़कीया,
कुजडा छानेला दोकान,

श्री महालक्ष्मी व्रत कथा

(यह व्रत भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को आरम्भ करके आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को समापन किया जाता है।)

तेरे चरण कमल में श्याम(Tere Charan Kamal Mein Shyam)

तेरे चरण कमल में श्याम,
लिपट जाऊ राज बनके ।