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कोई लाख करे चतुरायी (Koi Lakh Kare Chaturayi)

कोई लाख करे चतुरायी,

करम का लेख मिटे ना रे भाई,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥

जरा समझो इसकी सच्चाई रे,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥


इस दुनिया में,

भाग्य के आगे,

चले ना किसी का उपाय,

कागद हो तो,

सब कोई बांचे,

करम ना बांचा जाए,

इस दिन इसी,

किस्मत के कारण,

वन को गए थे रघुराई रे,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥


कोई लाख करे चतुरायी,

करम का लेख मिटे ना रे भाई,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥


काहे मनवा धीरज खोता,

काहे तू नाहक रोए,

अपना सोचा कभी ना होता,

भाग्य करे तो होए,

चाहे हो राजा चाहे भिखारी,

ठोकर सभी ने यहाँ खायी रे,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥


कोई लाख करे चतुरायी,

करम का लेख मिटे ना रे भाई,

करम का लेख मिटे ना रे भाई ॥

शंभू नाथ मेरे दीनानाथ: शिव भजन (Sambhu Nath Mere Dinanath)

शंभू नाथ मेरे दीनानाथ मेरे भोले नाथ मेरे आ जाओ,
भक्त तेरे पर विपदा भारी आके कष्ट मिटा जाओ,

कैला देवी चालीसा (Kaila Devi Chalisa)

जय जय कैला मात हे, तुम्हे नमाउ माथ ॥
शरण पडूं में चरण में, जोडूं दोनों हाथ ॥

श्री गोविन्द दामोदर स्तोत्रम् (Shri Govind Damodar Stotram)

अग्रे कुरूणामथ पाण्डवानांदुःशासनेनाहृतवस्त्रकेशा।

रथ सप्तमी व्रत के शुभ मुहूर्त

माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को रखा जाने वाला रथ सप्तमी व्रत इस साल 4 फरवरी को है। यह व्रत प्रमुख रूप से सूर्य देव को समर्पित है। रथ सप्तमी को अचला सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है।

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