नवीनतम लेख

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी (Prabhuji Tum Chandan Hum Pani)

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,

जाकी अंग-अंग बास समानी,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥


प्रभु जी तुम घन बन हम मोरा,

जैसे चितवत चंद्र चकोरा,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,

जाकी अंग-अंग बास समानी,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥


प्रभु जी तुम मोती हम धागा,

जैसे सोनहिं मिलत सोहागा,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,

जाकी अंग-अंग बास समानी,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥


प्रभु जी तुम दीपक हम बाती,

जाकी जोति बरै दिन राती,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,

जाकी अंग-अंग बास समानी,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥


प्रभु जी तुम स्वामी हम दासा,

ऐसी भक्ति करे ‘रैदासा’,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी,

जाकी अंग-अंग बास समानी,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥


प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,

जाकी अंग-अंग बास समानी,

प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥

वीरविंशतिकाख्यं श्री हनुमत्स्तोत्रम्

लाङ्गूलमृष्टवियदम्बुधिमध्यमार्ग , मुत्प्लुत्ययान्तममरेन्द्रमुदो निदानम्।

वट सावित्री पूर्णिमा पूजन विधि (Vat Savitri Purnima Pooja Vidhi)

ज्येष्ठमास की पूर्णिमा को किया जाने वाला व्रत

मैया के पावन चरणों में (Maiya Ke Pawan Charno Mein)

मैया के पावन चरणों में,
तू सर झुका के देख ले,

Tune Mujhe Bulaya Sherawaliye (तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये)

साँची ज्योतो वाली माता,
तेरी जय जय कार ।

यह भी जाने