नवीनतम लेख

राम को देखकर श्री जनक नंदिनी (Ram Ko Dekh Kar Shri Janak Nandini)

राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी, राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी,

बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं,

राम देखें सिया, माँ सिया राम को,

चार अँखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयीं, 

राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी


१) थे जनकपुर गए देखने के लिए, सारी सखियाँ झरोंखन से झाँकन लगीं,

   देखते ही नजर मिल गयी दोनों की, जो जहाँ थी खड़ी की खड़ी रह गयीं,

   राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी


२) बोली है इक सखी राम को देखकर, रच दिए हैं विधाता ने जोड़ी सुघड़,

    पर धनुष कैसें तोड़ेंगे वारे कुंवर, मन में शंका बनी की बनी रह गयी,

    राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी


३) बोली दूजी सखी छोटे देखन में हैं, पर चमत्कार इनका नहीं जानती, 

    एक ही बाण में ताड़का राक्षसी, उठ सकी न पड़ी की पड़ी रह गयी, 

    राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी


राम को देखकर श्री जनक-नंदिनी,

बाग़ में जा खड़ी की खड़ी रह गयीं,

राम देखें सिया, माँ सिया राम को,

चार अँखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयीं।। 


बोलिये सियावर रामचंद्र की जय

मौनी अमावस्या नियम

सनातन धर्म में मौनी अमावस्या बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। हिंदू धर्म शास्त्रों में इस दिन स्नान और दान की पंरपरा सदियों से चली आ रही है। मौनी अमावस्या के दिन पितृ धरती पर आते हैं।

मैं सहारे तेरे, श्याम प्यारे मेरे (Main Sahare Tere, Shyam Pyare Mere)

मैं सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे,

कैसे शुरू हुई होलिका दहन की प्रथा

होली का पर्व रंगों और उमंग के साथ-साथ धार्मिक आस्था से भी जुड़ा हुआ है। होलिका दहन की परंपरा हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।

मोक्षदा एकादशी पर इन राशियों को होगा लाभ

11 दिसंबर 2024 को मोक्षदा एकादशी के पावन अवसर पर शुक्र देव श्रवण नक्षत्र में गोचर करेंगे। शुक्र ग्रह को सुख, ऐश्वर्य, और भौतिक संपन्नता का कारक माना जाता है।