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विंध्याचल की विंध्यवासिनी, नमन करो स्वीकार माँ (Vindhyachal Ki Vindhyavasini Naman Karo Swikar Maa)

विंध्याचल की विंध्यवासिनी,
नमन करो स्वीकार माँ,
मेरो नमन करो स्वीकार माँ ॥

धुप नारियल फूल चढाने,
धुप नारियल फूल चढाने,
लाए तेरे दरबार माँ,
मैया लाए तेरे दरबार माँ,
विन्ध्याचल की विंध्यवासिनी,
नमन करो स्वीकार माँ,
मेरो नमन करो स्वीकार माँ ॥

पान सुपारी ध्वजा नारियल,
पान सुपारी ध्वजा नारियल,
ले हो फूलन के हार माँ,
मैया ले हो फूलन के हार माँ,
विन्ध्याचल की विंध्यवासिनी,
नमन करो स्वीकार माँ,
मेरो नमन करो स्वीकार माँ ॥

लाल चुनर माँ लाल ही चोला,
लाल चुनर माँ लाल ही चोला,
लाए तेरा श्रृंगार माँ,
मैया लाए तेरा श्रृंगार माँ,
विन्ध्याचल की विंध्यवासिनी,
नमन करो स्वीकार माँ,
मेरो नमन करो स्वीकार माँ ॥

पांच भक्त माई जस तोरे गावे,
पांच भक्त माई जस तोरे गावे,
हो जा दयाल कृपाल माँ,
मैया हो जा दयाल कृपाल माँ,
विन्ध्याचल की विंध्यवासिनी,
नमन करो स्वीकार माँ,
मेरो नमन करो स्वीकार माँ ॥

विंध्याचल की विंध्यवासिनी,
नमन करो स्वीकार माँ,
मेरो नमन करो स्वीकार माँ ॥

बजरंग बाण (Bajrang Baan)

निश्चय प्रेम प्रतीति ते,
बिनय करैं सनमान ।

बरसाने की लट्ठमार होली

बरसाने में हर साल लट्ठमार होली फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। इस साल 2025 में यह त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ राधारानी से भेंट करने के लिए बरसाना गए, और वहां जाकर राधारानी और उनकी सखियों को छेड़ने लगे।

ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन (Aisi Lagi Lagan, Meera Ho Gai Magan)

ऐसी लागी लगन,
मीरा हो गयी मगन,

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं (Bhole Baba Tere Darbar Mein Jo Aate Hai)

भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते है ॥